भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा सहयोग को मिला बढ़ावा, दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई सैन्य अफसरों का स्वागत

New Delhi, 18 नवंबर . India और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.

इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ मुख्यालय ने ऑस्ट्रेलियाई कमांड एंड स्टाफ कॉलेज के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया. इस दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल मैथ्यू क्लिसोल्ड कर रहे हैं. ये अधिकारी क्षमता प्रबंधन कोर्स के लिए India आए हैं.

एक सप्ताह की इस यात्रा के दौरान ऑस्ट्रेलियाई अफसर भारतीय सैन्य अकादमियों, रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों और निजी रक्षा कंपनियों से मिलेंगे. वे India की रक्षा नीतियों, हथियार निर्माण और तकनीकी प्रगति को करीब से समझेंगे. इसका मकसद दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और गहरा करना है.

इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल को India के सामरिक नजरिए और सुरक्षा चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया. दोनों देशों के बीच रक्षा समझ को और मजबूत करने पर खास जोर दिया गया. चर्चा में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद से निपटने जैसे मुद्दे भी शामिल रहे.

India और ऑस्ट्रेलिया के बीच पिछले कुछ सालों में रक्षा संबंध तेजी से बढ़े हैं. दोनों देश क्वाड का हिस्सा हैं और लगातार संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं. हाल ही में दोनों नौसेनाओं ने मिलकर बड़ा युद्धाभ्यास किया था. अब यह अधिकारियों का दौरा दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को और बढ़ाने वाला साबित होगा.

ऑस्ट्रेलियाई अफसरों ने भारतीय सेना की कार्यशैली और आत्मनिर्भर India अभियान की तारीफ की. उन्होंने कहा कि India का तेजी से बढ़ता रक्षा उद्योग उनके लिए भी सीखने का बड़ा मौका है. इस यात्रा से दोनों देशों के सैन्य अफसर एक-दूसरे की रणनीति और तकनीक को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे.

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, ऐसे दौरों से न सिर्फ तकनीकी जानकारी का आदान-प्रदान होता है, बल्कि दोनों देशों के बीच दोस्ती और भरोसा भी बढ़ता है. आने वाले दिनों में भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा सहयोग और मजबूत होने की पूरी उम्मीद है.

एसएचके/डीकेपी