नोएडा : कृष्णा प्लाजा में भीषण आग, घंटों की मशक्कत के बाद पाया काबू, कोई जनहानि नहीं

नोएडा, 17 नवंबर . नोएडा के सेक्टर-18 के प्रमुख व व्यस्त व्यावसायिक परिसर कृष्णा प्लाज़ा में Monday तड़के एक बार फिर भीषण आग लगने की घटना सामने आई. Police व फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और जोरदार प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया.

घटना सुबह 3 बजे के बाद की बताई गई है. नोएडा के सीएफओ प्रदीप चौबे के अनुसार, उन्हें 3 बजकर 20 मिनट पर आग लगने की बड़ी घटना की सूचना दी गई. प्लाजा के बाहरी हिस्से में बने बड़े रेस्टोरेंटों की इलेक्ट्रिकल वायरिंग में हुए शॉर्ट सर्किट से आग भड़की. देखते ही देखते आग शाफ्ट के माध्यम से तेजी से फैलते हुए पांचवें तल तक पहुंच गई. आग की लपटें कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले चुकी थीं. मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए फायर ब्रिगेड की 15 गाड़ियों को त्वरित रूप से लगाया गया.

कई घंटों तक चले अभियान के बाद आग पर पूर्ण रूप से काबू किया जा सका. बताया जा रहा है कि आग लगने के समय पूरी बिल्डिंग बंद थी, जिसके चलते अंदर प्रवेश मुश्किल हो रहा था. ऐसे में स्थानीय Police और फायर ब्रिगेड ने बिल्डिंग का शटर काटकर भीतर प्रवेश किया और आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू की. राहत की बात यह रही कि किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, हालांकि लाखों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. फायर टीम द्वारा पूरे परिसर की वेंटिलेशन व कूलिंग प्रक्रिया भी पूरी की गई है, ताकि आग दोबारा न भड़के.

गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भी इसी कृष्णा प्लाज़ा में भीषण आग लगी थी, जिसमें लोगों को अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूदकर बाहर निकलना पड़ा था. उस घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया था और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े किए थे. इसके बावजूद परिसर में अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कितनी प्रभावी कार्रवाई हुई, यह सवाल फिर से उठ रहा है.

इस बार भी हादसे के बाद बिल्डिंग की सुरक्षा व्यवस्था और इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. बार-बार आग लगने की घटनाएं यह बताती हैं कि प्रबंधन और संबंधित एजेंसियों को इमारत की सुरक्षा व्यवस्था की फिर से व्यापक जांच करनी चाहिए. Police और फायर विभाग ने बताया कि आग लगने के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है, और प्लाज़ा प्रबंधन को आवश्यक दिशा निर्देश और नियमों का पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है.

पीकेटी/एएस