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Mumbai , 16 नवंबर . फिल्म इंडस्ट्री में कई सितारे ऐसे होते हैं, जो कुछ ही समय में लोगों के दिलों में अपनी जगह बना लेते हैं. 90 के दशक में ऐसा ही एक नाम ‘कीर्ति रेड्डी’ का था, जिन्होंने अपने करियर में कुछ ही फिल्मों में काम किया, लेकिन दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना ली. उनकी खूबसूरती, मासूमियत और सादगी ने उन्हें लोगों के बीच खास बनाया.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि जहां ज्यादातर एक्ट्रेस रोमांटिक या ग्लैमरस रोल से शुरुआत करती हैं, वहीं कीर्ति ने अपनी पहली फिल्म कॉमेडी-थ्रिलर से शुरू की. उनकी इस अनोखी शुरुआत ने ही उन्हें बाकी अभिनेत्रियों से अलग पहचान दी.
कीर्ति रेड्डी का जन्म 17 नवंबर 1978 को हैदराबाद में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां कला और रचनात्मकता पहले से मौजूद थी. उनकी मां इंटीरियर और फैशन डिजाइनर थीं, जबकि परिवार के अन्य सदस्य भी रचनात्मक कामों से जुड़े थे. उनके दादा केसरपल्ली गंगा रेड्डी तेलंगाना से सांसद रह चुके थे, इसलिए घर में सामाजिक और सांस्कृतिक दोनों तरह का माहौल था.
कीर्ति का बचपन Bengaluru में बीता, जहां उन्होंने शिक्षा प्राप्त की. बचपन से ही उन्हें डांस के प्रति खास लगाव था और उन्होंने लगभग आठ वर्षों तक भरतनाट्यम की ट्रेनिंग ली. यही कारण था कि जब उन्होंने कैमरे के सामने कदम रखा, तो उनकी बॉडी लैंग्वेज में एक उदारता थी.
कीर्ति ने अभिनय की शुरुआत साल 1996 में तेलुगु भाषा की फिल्म ‘गनशॉट’ से की, यह एक कॉमेडी-थ्रिलर थी. यह फिल्म करना उस दौर की दूसरी नई अभिनेत्रियों से बिल्कुल अलग कदम था. हालांकि, यह फिल्म बड़ी हिट नहीं हुई, लेकिन इसमें कीर्ति के किरदार ने दर्शकों को अपनी ओर खींचा. दो साल बाद 1998 में उन्हें ‘तोली प्रेमा’ में पवन कल्याण के साथ काम करने का मौका मिला. फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई और कीर्ति रातोंरात स्टार बन गईं. इस फिल्म ने उन्हें तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में नई पहचान दिलाई. आगे चलकर उन्होंने तमिल फिल्मों में भी काम किया और फिर Bollywood की ओर रुख किया.
साल 2000 में आई फिल्म ‘तेरा जादू चल गया’ अभिषेक बच्चन के साथ उनकी पहली हिंदी फिल्म थी. दर्शकों ने उन्हें खूब पसंद किया. इसके बाद वह ‘प्यार इश्क और मोहब्बत’, ‘बधाई हो बधाई’, और कुछ कन्नड़ फिल्मों में भी नजर आईं. उनके अभिनय में एक अलग बात थी, जिसके कारण उनके किरदार छोटे होते हुए भी दर्शकों को याद रह जाते थे. हालांकि सबसे बड़ी सफलता उन्हें साल 2004 में तेलुगु फिल्म ‘अर्जुन’ से मिली, जिसमें उन्होंने महेश बाबू की बहन की भूमिका निभाई. इस रोल के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का पुरस्कार मिला.
बढ़ते फिल्मी करियर के बीच उन्होंने साल 2004 में Actor सुमंत से शादी की, जो नागार्जुन अक्किनेनी के भतीजे हैं. शादी के बाद उन्होंने फिल्मों से खुद को थोड़ा दूर करना शुरू किया. हालांकि यह रिश्ता ज्यादा समय नहीं चला और दो साल बाद दोनों अलग हो गए. इसके बाद कीर्ति ने अपने जीवन में नई शुरुआत की और एक डॉक्टर से शादी की. दूसरी शादी के बाद उन्होंने ग्लैमर की दुनिया को पूरी तरह अलविदा कह दिया. आज वह यूएसए में अपने परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन जी रही हैं.
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पीके/एबीएम