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Patna, 16 नवंबर . चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के संदर्भ में फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का संकेत दिया है. आयोग ने किसी भी तरह की शिकायत को तथ्यों के साथ उपलब्ध कराने का भी जिक्र किया है.
बिहार चुनाव के नतीजों के बाद कई विपक्षी नेताओं ने कथित तौर पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर करके चुनाव में धांधली का जिक्र किया है, जिसमें पपीते के पत्ते के इस्तेमाल से वोटिंग के बाद उंगली में लगी स्याही को मिटाने और फिर दोबारा वोटिंग करने का दावा किया गया है.
बिहार निर्वाचन आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के फेक न्यूज नहीं फैलाने को कहा है. उन्होंने लिखा, “कृपया वीडियो में उल्लेखित मतदाता का नाम, एपिक नंबर, बूथ नंबर और विधानसभा संख्या उपलब्ध कराई जाए ताकि जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जा सके.”
आयोग ने आगे लिखा, “बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के उक्त दावा पुष्ट नहीं होता है. किसी भी तरह की फेक न्यूज फैलाने पर यथोचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.”
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के शेयर किए वीडियो में एक शख्स वोटिंग प्रक्रिया में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दिख रहा है. युवक बता रहा है, “एक कार्यकर्ता ने हमें बताया कि उसने दो जगह पर वोट डाला. उसके एक आधार कार्ड पर दो-दो जगहों पर पर्ची आ गई. एक Patna में पर्ची आई और दूसरी गांव में पर्ची आई. उसने दोनों जगहों पर वोट डाला.”
वीडियो में युवक ने दावा किया कि पहली वोटिंग के बाद उंगली में लगी स्याही को पपीते के पत्ते से मिटा दिया.
बता दें कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में वोटिंग संपन्न हुई. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को 121 विधानसभा सीटों के लिए और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को 122 विधानसभा सीटों के लिए पूरी हुई. 14 नवंबर को चुनाव के नतीजे आए, जिसमें एनडीए ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की.
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एससीएच/डीकेपी