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New Delhi, 16 नवंबर . उपPresident सी. पी. राधाकृष्णन ने Sunday को India की नैतिक संपदा को बनाए रखने के लिए जवाबदेही, पारदर्शिता और ईमानदारी के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने India के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के योगदान की सराहना भी की.
लेखापरीक्षा दिवस समारोह 2025 में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए, उपPresident ने सीएजी की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और इस संस्था को ‘जनता के खजाने का संरक्षक’ बताया.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लेखापरीक्षा में निष्पक्षता और सत्य को कायम रखते हुए सीएजी जवाबदेही, पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा, India की नैतिक संपदा का एक स्तंभ है.
राधाकृष्णन ने केंद्र Government और सभी राज्य Governmentों के लिए “एक राष्ट्र, एक वस्तु व्यय शीर्ष” अधिसूचित करने के लिए India के सीएजी की भी सराहना की. यह एक ऐसा सुधार है जो Governmentी व्यय की पारदर्शिता और तुलनात्मकता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा.
उपPresident ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए बाह्य लेखा परीक्षक के रूप में अपनी भूमिका के माध्यम से सीएजी की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीएजी वर्तमान में एशियाई सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों के संगठन (एएसओएसएआई) की अध्यक्षता कर रहे हैं, जो India के अनुयायी से वैश्विक नेता के रूप में उभरने की यात्रा का प्रमाण है.
उपPresident ने कहा, “जैसे-जैसे देश ‘विकसित India 2047’ के विजन की ओर बढ़ रहा है, सीएजी प्रभावी शासन के लिए राजकोषीय अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में एक प्रमुख भागीदार बना रहेगा.”
उन्होंने अधिकारियों से सार्वजनिक व्यय में पारदर्शिता बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए अपने कौशल और लेखा परीक्षा क्षमताओं को निरंतर एडवांस बनाने का आग्रह किया, ताकि जनता का पैसा जन कल्याण के लिए उपयोग किया जाए.
दिल्ली में एक अलग मीडिया पुरस्कार समारोह में, उपPresident ने केंद्रीय पर्यटन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी को सम्मानित किया. अपने संबोधन में, उपPresident ने कहा कि सिनेमा और राजनीति दो बिल्कुल अलग दुनियाएं हैं, लेकिन एक बात समान है – दोनों ही अनिश्चित क्षेत्र हैं. उन्होंने दोनों में बने रहने और सफल होने के लिए सुरेश गोपी की सराहना की.
उपPresident ने युवाओं में आशावाद को प्रेरित करने के लिए देश के सकारात्मक विकास को उजागर करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पत्रकारिता बेजुबानों को आवाज देती है और जागरूकता फैलाकर और जिम्मेदार सार्वजनिक संवाद को आकार देकर नशा मुक्त समाज बनाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला.
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एससीएच/एएस