गोपालगंज: भारी हथियारों के साथ फहीम सिद्दीकी गिरफ्तार, कई मामले थे दर्ज

गोपालगंज, 15 नवंबर . बिहार के गोपालगंज में Police ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए फहीम सिद्दीकी को भारी मात्रा में हथियारों के साथ गिरफ्तार किया. फहीम सिद्दीकी कई जिलों में हथियार सप्लाई करने का काम करता था.

मुखबिर की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार के नेतृत्व में Police एवं डीआईयू की संयुक्त टीम ने तुरकहा गांव के पास छापेमारी कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान फहीम सिद्दीकी उर्फ बाबर, निवासी बाजलाहट, थावे, के रूप में हुई है.

Police जांच के दौरान बाबर के पास से एक देसी कार्बाइन, एक डीसी पिस्टल, 9 एमएम के 9 जिंदा कारतूस, 8 एमएम का 1 कारतूस, तीन मैगजीन (दो कार्बाइन की और एक पिस्टल की), एक मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, चाकू और हथियार साफ करने वाली किट बरामद की गई है.

एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी बाबर का लंबा क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है. यह पहले Patna के एक हॉस्टल में रहता था और वहां आयोजित प्रोटेस्ट के दौरान जेल गया था. वर्ष 2024 में Patna कोतवाली थाना क्षेत्र में लगभग 5.50 किलो सोना लूट कांड के दौरान गोली चलाने का भी इस पर आरोप रहा है, जिसके बाद इसे जेल भेजा गया था.

एसपी के अनुसार, बाबर हाल के महीनों में गोपालगंज में जमीन कारोबार के काम में सक्रिय था और कई विवादित जमीन मामलों में उसका नाम सामने आ चुका है.

Police ने बताया कि होटल शबनम के पीछे एक विवादित जमीन में बाबर अपने पार्टनर के साथ काम कर रहा था, जहां पर दीपावली के आसपास मारपीट की बड़ी घटना हुई थी. आरोप है कि बाबर इस घटना का बदला लेने और इलाके में भय जैसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहा था, जिसके लिए उसने अपने ही एक पार्टनर से देसी कार्बाइन और पिस्टल खरीदी थी.

एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में संकेत मिले हैं कि बाबर इन हथियारों का इस्तेमाल किसी बड़ी वारदात, संभवतः हत्या को अंजाम देने के लिए कर सकता था. पूरा मामला फिलहाल जांच के अधीन है और Police इस बात की जांच कर रही है कि वह हथियार कहां से लाता था और किस गैंग से उसकी सप्लाई लाइन जुड़ी हुई है.

Police को शुरुआती पूछताछ में उसने कुछ नेताओं के नाम भी बताए हैं जो गोपालगंज से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. एसपी के अनुसार, बाबर का नेटवर्क गोपालगंज, वैशाली और Patna तक फैला हुआ है और वह बालू माफिया के साथ भी लगातार सक्रिय रहा है.

एसएके/डीएससी