अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली लौटीं राष्ट्रपति मुर्मू

New Delhi, 14 नवंबर . President द्रौपदी मुर्मू की छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा समाप्त हो गई. अंगोला और बोत्सवाना की यात्रा करने के बाद Friday को President मुर्मू India आ गई हैं.

India के President के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट करते हुए बताया, “President द्रौपदी मुर्मू अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली पहुंचीं.”

President द्रौपदी मुर्मू छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा पर थीं. इस क्रम में President चार दिन अंगोला की यात्रा पर थीं, इसके बाद दो दिन की यात्रा के लिए Tuesday को बोत्सवाना रवाना हुईं.

बोत्सवाना दौरे के दौरान President द्रौपदी मुर्मू ने बोत्सवाना के President डुमा बोको के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की. राजकीय यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने Thursday को बोत्सवाना के उपPresident नदाबा नकोसिनाथी गाओलाथे और विदेश मंत्री के साथ कई अहम बैठकें कीं.

President भवन की तरफ से social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा एक पोस्ट में बताया गया कि दोनों नेताओं ने उल्लेखनीय विकास पथ पर India की सराहना की. इन बैठकों में रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-बोत्सवाना के स्थायी सहयोग को और मजबूत और गहरा करने के लिए आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई.

मुर्मू ने बोत्सवाना के गैबोरोन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि दूर रहकर भी आप सभी India की मिट्टी, संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं. आप India और बोत्सवाना के बीच मैत्री के जीवंत सेतु हैं.

उससे पहले, President द्रौपदी मुर्मू ने लुआंडा में अंगोला के स्वतंत्रता दिवस की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लिया था. समारोह के दौरान, President ने अंगोला की नागरिक और सैन्य परंपराओं को देखा.

President द्रौपदी मुर्मू ने अंगोला की राजधानी लुआंडा में India के राजदूत द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत-अंगोला साझेदारी समानता, आपसी विश्वास और प्रगति की साझा आकांक्षाओं पर आधारित है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के अपार अवसर मौजूद हैं. उन्होंने अंगोला में भारतीय समुदाय के सदस्यों से India और अंगोला की साझा समृद्धि को साकार करने के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया.

एससीएच/एएस