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Mumbai , 13 नवंबर . कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने Thursday को कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी एग्जिट पोल, पुणे जमीन विवाद और लाल किला के पास हुए विस्फोट की घटना पर टिप्पणी की.
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जितने भी एग्जिट पोल सामने आए हैं, वे सब झूठे और भ्रामक हैं. जनता ने इस बार एनडीए को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है और जब परिणाम आएंगे तो महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलेगा. अलग-अलग चैनलों ने मनमाने एग्जिट पोल दिखाए हैं, लेकिन जनता का मूड पूरी तरह Government के खिलाफ है. उन्हें पूरा भरोसा है कि बिहार में नई Government इंडिया आघाडी की ही बनेगी.
वडेट्टीवार ने पुणे में सामने आए जमीन घोटाले के मामले में उपChief Minister अजित पवार के बेटे पर लगे आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि Maharashtra में चुनाव से पहले उपChief Minister अजित पवार को दबाने की कोशिश की जा रही है. पुणे से इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं और यह कोई एक प्रकरण नहीं है. इस मामले में जिस अधिकारी पर कार्रवाई हुई है, वह केवल तहसीलदार था, जबकि पूरे प्रकरण में तहसीलदार, रजिस्ट्रार, कलेक्टर और एसडीएम सभी जिम्मेदार हैं. ये सब लोग इस घोटाले में शामिल रहे हैं. वडेट्टीवार ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले से जुड़े सभी दस्तावेज अपने पास सुरक्षित रखे हैं और Friday को नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर Chief Minister को पत्र लिखकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे.
उन्होंने सवाल उठाया कि Government इस मामले में दोषियों का बचाव क्यों कर रही है, जबकि जमीन के लेन-देन को रद्द करने का अधिकार खुद Government के पास भी नहीं है. यह मामला अदालत में जाएगा और वही इसका फैसला करेगी, चाहे व्यक्ति कोर्ट में जाए या Government.
दिल्ली में लाल किला के पास हुए बम ब्लास्ट को लेकर भी वडेट्टीवार ने केंद्र Government पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे संवेदनशील क्षेत्र में धमाका हुआ और Government को इसे स्वीकार करने में चार दिन लग गए. आखिर ऐसा क्यों? क्या यह बम ब्लास्ट था या केमिकल धमाका? उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह टेरर अटैक था, तो Government और खुफिया एजेंसियां क्या कर रही थीं? Prime Minister खुद जिस शहर में रहते हैं, वहां इतना बड़ा हादसा हो गया और Government अब तक स्पष्ट जवाब देने में असमर्थ है.
उन्होंने कहा कि पहले के दौर में नेता ऐसे हादसों पर नैतिक जिम्मेदारी लेते थे. आज इतने बड़े हादसे के बाद भी कोई इस्तीफा नहीं दे रहा. क्या गृहमंत्री इस्तीफा देंगे? क्या Prime Minister देश से माफी मांगेंगे? आरडीएक्स दिल्ली तक कैसे पहुंच गया? यह अपने आप में Government की नाकामी का सबसे बड़ा सबूत है.
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पीएसके/डीकेपी