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मेदिनीपुर, 13 नवंबर . पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर सदर बीडीओ कार्यालय में Thursday को दिनभर तनाव की स्थिति रही. यहां मेदिनीपुर शहर और सदर ब्लॉक के बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के एक्सरसाइज में बढ़ती जिम्मेदारियों पर निराशा व्यक्त की.
बीएलओ ने बीडीओ कहकशां परवीन को एक ज्ञापन भी सौंपा. उन्होंने बताया कि वो मतदाता प्रपत्रों की डेटा प्रविष्टि, वितरण और संग्रहण की ‘चुनौतियों’ से निराश और परेशान हैं.
इस दौरान एक बीएलओ ने कहा कि मैं अब और नहीं कर सकता…डेटा प्रविष्टि संभव नहीं है!
ज्ञापन में बीएलओ ने अपना स्कूल का काम पूरा करने और बीएलओ की जिम्मेदारियां संभालने के बाद डेटा प्रविष्टि करने में आने वाली कठिनाई पर चिंता जताई. कई लोगों का कहना था कि यह उनके लिए बिल्कुल नया काम है, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया. खासकर पुराने बीएलओ को एंड्रॉइड फोन इस्तेमाल करने में परेशानी होती है. उन्होंने आशंका जताई कि डेटा प्रविष्टि के दौरान हुई गलतियों के कारण मतदाता उन्हें जिम्मेदार ठहरा सकते हैं.
बीएलओ संजीव कुमार ने को बताया कि पहले उन्हें गणना प्रपत्र वितरित करने और उन्हें एकत्र करने के लिए कहा गया था. अब उन्हें डेटा प्रविष्टि ले जाने के लिए कहा जा रहा है, जो उनके लिए संभव नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसा नहीं करेंगे; दबाव के कारण हमारा पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
ज्ञापन में एक महीने की समय-सीमा के भीतर फॉर्म वितरित करने और एकत्र करने में होने वाले अत्यधिक तनाव की ओर भी ध्यान दिलाया गया.
1,200 से ज्यादा मतदाताओं को संभालने वाले बीएलओ ने कार्यभार कम करने और सहायक बीएलओ की नियुक्ति की मांग की.
इसके अलावा बीएलओ ने गणना प्रपत्र जमा करने और सत्यापित करने की 4 दिसंबर की समय-सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया. उन्होंने सभी विवरणों की जांच करने और प्रपत्र प्राप्त करने में वितरण प्रक्रिया जितनी ही कठिनाई का हवाला दिया.
वहीं, बीडीओ कहकशां परवीन ने कहा कि उनकी कुछ मांगें और शिकायतें थीं. मैंने उच्च अधिकारियों को इनके बारे में सूचित कर दिया है. हम सहायक बीएलओ देने के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. मानदंडों के अनुसार, उन्हें सहायक बीएलओ मिलेंगे.
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एमएस/डीकेपी