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New Delhi, 13 नवंबर . President द्रौपदी मुर्मू ने बोत्सवाना के President डुमा बोको के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की. राजकीय यात्रा के अंतिम दिन उन्होंने Thursday को बोत्सवाना के उपPresident नदाबा नकोसिनाथी गाओलाथे और विदेश मंत्री के साथ कई अहम बैठकें कीं.
President भवन की तरफ से social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा एक पोस्ट में बताया गया कि दोनों नेताओं ने उल्लेखनीय विकास पथ पर India की सराहना की. इन बैठकों में रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-बोत्सवाना के स्थायी सहयोग को और मजबूत और गहरा करने के लिए आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई.
इससे पहले President द्रौपदी मुर्मू ने बोत्सवाना के गैबोरोन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दूर रहकर भी आप सभी India की मिट्टी, संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं. आप India और बोत्सवाना के बीच मैत्री के जीवंत सेतु हैं.
उन्होंने कहा कि India और बोत्सवाना के बीच संबंध विश्वास, सम्मान और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं. आज मेरी बोत्सवाना के President बोको से बहुत सार्थक चर्चा हुई. हमने यह तय किया है कि हमारे देश व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में और अधिक सहयोग करेंगे.
उन्होंने कहा कि आपकी उपलब्धियां India का गौरव हैं और आपकी सफलता से India की प्रतिष्ठा बढ़ती है. मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप बोत्सवाना की प्रगति में योगदान देते रहें और साथ ही India से अपने संबंध को सशक्त बनाए रखें.
President द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह क्षण और भी ऐतिहासिक है, क्योंकि India और बोत्सवाना 2026 में राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मनाएंगे. मुझे बताया गया है कि बोत्सवाना में 10,000 भारतीय व्यापार और उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से शामिल हैं. मैं आप सभी को India के गौरवशाली राजदूत होने पर बधाई देती हूं.
वहीं, President द्रौपदी मुर्मू ने गबोरोन में बोत्सवाना की राष्ट्रीय सभा को संबोधित किया. President ने कहा कि India और बोत्सवाना मिलकर एक अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ विश्व व्यवस्था में सार्थक योगदान दे सकते हैं, जो न केवल सार्थक वैश्विक दक्षिण सहयोग और एक सुधरे हुए बहुपक्षवाद का समर्थन करेगी, बल्कि उसे बनाने में भी मदद करेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि अपनी युवा जनसांख्यिकी और विशाल प्राकृतिक संसाधनों के साथ, अफ्रीका वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास को गति दे सकता है.
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एमएस/डीकेपी