‘आतंकवाद विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है’, जम्मू यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोले एलजी मनोज सिन्हा

जम्मू, 13 नवंबर . जम्मू-कश्मीर के उपGovernor मनोज सिन्हा और Chief Minister उमर अब्दुल्ला ने Thursday को जम्मू यूनिवर्सिटी के 19वें (द्वितीय विशेष) दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान, उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वालों और स्वर्ण पदक विजेताओं को सम्मानित किया.

जम्मू यूनिवर्सिटी के विशेष दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कुलाधिपति और उपGovernor मनोज सिन्हा ने छात्रों और शिक्षकों से बदलाव को अपनाने और कौशल-प्रधान पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया. इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज की मांगों को पूरा करने के लिए उभरते रुझानों के साथ तालमेल बनाए रखने समेत अलग-अलग विषयों में सहयोग करने की भी अपील की.

उपGovernor मनोज सिन्हा ने कार्यक्रम के दौरान दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, “10 नवंबर को दिल्ली में हुए बम विस्फोटों में जिन लोगों को हमने खोया है, मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.”

उन्होंने कहा, “मेरा मानना ​​है कि आतंकवाद विकास का सबसे बड़ा दुश्मन है. जम्मू-कश्मीर के लोग लंबे समय से इस आतंक का दंश झेल रहे हैं. अब वहां के युवा नए सपने देख रहे हैं और हमें उन्हें उन मुकामों तक पहुंचने के लिए पंख देने में मदद करनी चाहिए, जिनकी देश और दुनिया का हर युवा आकांक्षा रखता है.”

Chief Minister उमर अब्दुल्ला ने भी वहां मौजूद जनसमूह को संबोधित किया. उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वालों और स्वर्ण पदक विजेताओं को बधाई दी और सभी विषयों में छात्राओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों की प्रशंसा की. Chief Minister ने उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों पर जोर दिया और जम्मू-कश्मीर के विश्वविद्यालयों में पहुंच, गुणवत्ता और प्रासंगिकता बढ़ाने के लिए Government की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.

Chief Minister ने कहा कि ‘मिशन युवा’ शिक्षा, कौशल विकास, नवाचार और मानसिक स्वास्थ्य के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने के लिए Government की प्रमुख पहल है, जो उन्हें न सिर्फ रोजगार के लिए, बल्कि नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण के लिए भी तैयार करती है.

छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “शिक्षा परिवर्तन का मूल है. विश्वविद्यालय ने आपमें निवेश किया है. अब अपने आसपास की दुनिया में निवेश करें. सफलता इसमें नहीं है कि आप अपने लिए क्या हासिल करते हैं, बल्कि इसमें है कि आप समाज के लिए क्या योगदान देते हैं.”

डीसीएच/