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New Delhi, 1 नवंबर ( ). Union Minister हरदीप सिंह पुरी के परिवार ने 300 साल पुरानी धरोहर को सिख संगत को सौंप दिया. सिख धर्म के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज और उनकी पत्नी साहिब कौर जी के पवित्र जूते (जोड़ साहिब) अब Patna साहिब के तख्त श्री हरिमंदिर जी में विराजमान हैं. यह वही पवित्र स्थान है जहां गुरु साहिब का जन्म हुआ था.
हरदीप पुरी ने अपने एक्स हैंडल पर एक भावुक पोस्ट के माध्यम से बताया कि उनके पूर्वज गुरु महाराज की सेवा में थे. 300 साल पहले उन्हें ये पवित्र जूते ‘चरण सुहावा’ के रूप में मिले थे. परिवार ने इन्हें संभालकर रखा. 22 अक्टूबर को दिल्ली में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और Patna साहिब कमेटी को ये अवशेष सौंपे गए.
इसके बाद शुरू हुई 9 दिन की भव्य गुरु चरण यात्रा. दिल्ली से Patna तक हजारों श्रद्धालु शामिल हुए. यात्रा Haryana, उत्तर प्रदेश और बिहार से गुजरी. हर जगह कीर्तन, अरदास और लंगर का दौर चला. लोग सड़कों पर खड़े होकर पवित्र जूतों के दर्शन कर रहे थे. बच्चे, बूढ़े, जवान सबकी आंखें नम थीं.
Saturday सुबह Patna साहिब पहुंचकर यात्रा का समापन हुआ. तख्त श्री हरिमंदिर जी में जोड़ साहिब को विधि-विधान से स्थापित किया गया. हरदीप पुरी ने इसे अपने परिवार के लिए “अत्यंत भावुक क्षण” बताया. उन्होंने लिखा, “सिख संगत के साथ सेवा करना गर्व की बात है.”
Patna साहिब कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि ये जूते अब संगत के लिए दर्शन योग्य रहेंगे. यह घटना सिख इतिहास में एक नया अध्याय है. 300 साल बाद गुरु साहिब का चरण चिन्ह अपने जन्मस्थान लौट आया.
सिख समुदाय में उत्साह का माहौल है. #गुरुचरणयात्रा social media पर ट्रेंड कर रहा है. लोग लिख रहे हैं, यह सिर्फ जूते नहीं, गुरु की कृपा का प्रतीक है.
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एसएचके/वीसी