
New Delhi, 31 अक्टूबर . देश के युवाओं को सशक्त बनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने को लेकर मेरा युवा India (माई भारत’) केंद्र Government की एक ऐतिहासिक पहल बनकर उभरा है. केंद्र द्वारा Friday को दी गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अपनी शुरुआत के दो वर्ष से भी कम समय में ‘माई भारत’ 2 करोड़ से अधिक युवाओं और 1.20 लाख से अधिक साझेदार संगठनों को एक साथ जोड़कर देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म बन गया है.
माई India पोर्टल एक केंद्रीय डिजिटल गेटवे के रूप में काम करता है, जो निर्बाध पंजीकरण, डिजिटल आईडी, अवसर मिलान और रीयल-टाइम प्रभाव डैशबोर्ड की सुविधा प्रदान करता है. 14.5 लाख से अधिक स्वयंसेवा के अवसरों के साथ, माई India अब 16,000 से अधिक युवा क्लब सदस्यों और 60,000 से ज्यादा संस्थागत भागीदारों के एक विशाल नेटवर्क को जोड़ता है. इनमें Governmentी निकाय, शैक्षणिक संस्थान और गैर-Governmentी संगठनों की भागीदारी शामिल है.
युवाओं की भागीदारी को मोबाइल-फर्स्ट और अधिक सुलभ बनाने के लिए केंद्र Government की ओर से इसी महीने की शुरुआत में ‘माई भारत’ मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया है. यह ऐप पोर्टल के कोर फंक्शन को सुविधा और पहुंच के साथ एक साथ लाता है.
यह प्लेटफॉर्म देश के युवाओं को सेवा कार्य, नेतृत्व और कौशल विकास के नए अवसर प्रदान कर रहा है. प्लेटफॉर्म की सफलता कई महत्वपूर्ण साझेदारियों और समझौता ज्ञापनों के जरिए और मजबूत हुई है.
इसी कड़ी में 30 जून 2025 को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय तथा डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के बीच हुआ एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ, जो कि माई India 2.0 के विकास की दिशा में बड़ा कदम था.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, India 2.0 एक नेक्स्ट-जेनरेशन, एआई- संचालित, मल्टीलिंग्वल प्लेटफॉर्म होगा, जो स्मार्ट टीवी बिल्डर, वॉइस-असिस्ट नेविगेशन, मेंटॉरशिप नेटवर्क और एक्सपेरिएंशियल लर्निंग मॉड्यूल जैसे फीचर्स को इंटीग्रेट करने के लिए डिजाइन किया गया है.
इसके अलावा, 13 अगस्त 2025 को स्कूल ऑफ अल्टिमेट लीडरशिप फाउंडेशन (एसओयूएल) के साथ एक और बड़ी साझेदारी हुई है, जिसका उद्देश्य अगले तीन वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों के 1 लाख यूथ लीडर्स को ट्रेनिंग देना है.
माई India 2.0 भविष्य में अपने दायरे को बढ़ाएगा. इसमें करियर काउंसलिंग, एआई-बेस्ड स्किल मैपिंग, उद्यमिता सहायता और डिजिटल सर्टिफिकेशन को जोड़कर इसे ग्लोबल साउथ का सबसे बड़ा युवा डिजिटल नेटवर्क बनाया जाएगा.
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एसकेटी/
