![]()
Mumbai , 10 नवंबर . वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर ने जेन-जी विवाद पर राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि नेपाल बर्बाद हुआ, India में वही मानसिकता न लाएं.
रणजीत सावरकर ने से बातचीत करते हुए कहा कि सत्ता परिवर्तन की मांग करना हर किसी का अधिकार है और इसके बाद हम अच्छा राज्य देंगे, यह भी हर पक्ष का अधिकार है, लेकिन चुनी हुई Government को गिराने की कोशिश सही नहीं है. राहुल गांधी बार-बार ‘जेन-जी’ का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन यह शब्द इसलिए खतरनाक है क्योंकि यही ‘जेन-जी’ नेपाल को बर्बादी की तरफ ले गया.
सावरकर ने नेपाल का उदाहरण देते हुए कहा, नेपाल में ‘जेन-जी’ ने उद्योग-व्यवसाय भी खत्म किए और Governmentी शासन भी कमजोर कर दिया. वही सोच India में लागू करने की कोशिश की जा रही है. इसका मतलब है कि आप India में लोकशाही खत्म करना चाहते हैं, यह बहुत ही निंदनीय बात है.
उन्होंने दावा किया कि कुछ तत्व युवाओं को भड़काना चाहते हैं और देश को अराजकता की ओर धकेलना चाहते हैं. सावरकर ने राहुल गांधी के अभियान पर भी तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी तो बस सफारी कर रहे हैं.
रणजीत सावरकर ने Maharashtra बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के चुनाव में तीखे बयान दिए. उन्होंने कहा कि यह चुनाव झूठ बोलकर और Political दबाव में कराया गया है और हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष का चुनाव पूर्ण रूप से हाईकोर्ट के 15 अक्टूबर के आदेश के खिलाफ है. यह बॉक्सिंग फेडरेशन एसोसिएशन (बीएफआई) के कॉन्स्टिट्यूशन और नेशनल स्पोर्ट्स अथॉरिटी दोनों के खिलाफ है.
हाईकोर्ट ने साफ कहा था कि चुनाव मोडिफाइड कॉन्स्टिट्यूशन के तहत ही कराए जाएं. 12 अक्टूबर को संशोधित संविधान फाइनल हुआ था और कोर्ट के पेज नंबर-5 वाले निर्णय के मुताबिक चुनाव होने चाहिए थे, लेकिन फेडरेशन ने पूरी प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया.
उन्होंने कहा कि यह चुनाव झूठ बोलकर और Political दबाव में कराया गया है.
रणजीत सावरकर ने Prime Minister द्वारा लाई गई नई खेल नीति का भी जिक्र किया और कहा कि उसी नीति के आधार पर खिलाड़ियों को ओलंपिक में भाग लेने का मौका मिलता है, लेकिन इस पूरी नीति को ही ‘कागज पर कुचल’ दिया गया है.
सावरकर ने मांग की है कि हाईकोर्ट के आदेश को नहीं मानने वालों और चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी करने वालों की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज खुलेआम राजनीति हो रही है, और हम इस अन्याय के खिलाफ कोर्ट जाएंगे.
उन्होंने साफ कहा कि वे किसी Political दल की तरफदारी नहीं कर रहे. गलत का विरोध होना चाहिए, लेकिन दुख की बात है कि कोई आगे नहीं आ रहा.
–
एएसएच/डीकेपी