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New Delhi, 28 अक्टूबर . दिल्ली Police की अपराध शाखा, उत्तरी रेंज-I को जहांगीरपुरी क्षेत्र में एक बड़ी सफलता मिली है. टीम ने एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) अधिनियम के एक मामले में वांछित और न्यायालय की ओर से उद्घोषित अपराधी महिला को गिरफ्तार किया है.
रोहिणी कोर्ट के न्यायाधीश धीरेंद्र राणा ने 30 सितंबर 2024 को अपराधी घोषित किया था, जिसके बाद से टीम लगातार इसकी तलाश कर रही थी. मुखबिर की सूचना पर इसे गिरफ्तार कर लिया गया.
एसीपी उत्तरी रेंज-I अशोक शर्मा के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम में महिला उपनिरीक्षक खुशबू, एएसआई पवन, एचसी विक्रांत, एचसी सचिन और constable मनोज शामिल थे.
गिरफ्तार आरोपी दिल्ली के जहांगीरपुरी की निवासी है. वह First Information Report संख्या 210/24, धारा 21 एनडीपीएस अधिनियम के तहत वांछित थी.
Police अधिकारी ने बताया कि टीम ने लगातार सूचना एकत्रित करने और तकनीकी निगरानी के माध्यम से आरोपी का पता लगाया. 27 अक्टूबर को एएसआई पवन और एचसी विक्रांत को सूचना मिली कि आरोपी अपने घर सीडी पार्क, जहांगीरपुरी में मौजूद है. त्वरित कार्रवाई करते हुए टीम ने आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, 13 अप्रैल 2024 को मुखबिर से सूचना के आधार पर Police ने सहाना बेवा उर्फ भूरी को गिरफ्तार किया था. उसके कब्जे से मध्यम मात्रा में स्मैक बरामद हुई थी. जांच के दौरान महिला की संलिप्तता सामने आई, लेकिन वह फरार हो गई थी. अदालत ने कई बार तलब करने का आदेश दिया था, जब वह तलब नहीं हुई तो उसे घोषित अपराधी कर दिया था.
महिला मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और चार बच्चों की मां है. उनके पति कबाड़ का काम करते हैं. बताया जा रहा है कि गरीबी के चलते वह इस अपराध में शामिल हुई.
इसी क्रम में दिल्ली Police ने ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक अन्य बड़ी सफलता हासिल की. पूर्वी जिले की एंटी-नारकोटिक्स स्क्वॉड ने सात ड्रग तस्करों को पकड़ा और उनके पास से लगभग एक करोड़ साठ लाख रुपए कीमत की भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद कीं. साथ ही, ड्रग्स ढोने में इस्तेमाल की गई दो कारें भी जब्त कर ली गईं.
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एसएके/एबीएम