कैमरून राष्ट्रपति चुनाव परिणाम: देश की कमान संभालेंगे 92 साल के पॉल बिया

याउंडे, 27 अक्टूबर . कैमरून ने अपने देश की कमान 92 साल के पॉल बिया को सौंप दी है. President चुनाव के बाद दो हफ्तों की उथल-पुथल चर्चा में रही. बिया ने 53.66 फीसदी वोट हासिल किए, जबकि उनके विरोधी ने जीत का दावा किया था.

इस जीत के साथ एक और ताज पॉल बिया के माथे पर सजा है. वे दुनिया के सबसे उम्रदराज राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं. जनता ने आठवीं बार उन पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही स्थानीय मीडिया का दावा है कि वे लगभग 100 साल की उम्र तक पद पर बने रह सकते हैं.

कैमरून न्यूज एजेंसी के अनुसार, देश की संवैधानिक परिषद ने बताया कि बिया को 53.66 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके पूर्व सहयोगी और अब विरोधी इस्सा चिरोमा बकारी को 35.19 फीसदी वोट मिले.

92 साल के बिया ने 1982 में पद संभाला था और तब से उन्होंने सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखी है. उन्होंने 2008 में President पद की समय सीमा खत्म कर दी थी और बड़े अंतर से दोबारा चुनाव जीता था.

बिया 1960 में फ्रांस से आजादी के बाद कैमरून का नेतृत्व करने वाले दूसरे राष्ट्राध्यक्ष हैं. उन्होंने सख्ती से शासन किया है, सभी Political और सशस्त्र विरोध को दबाया है, और सामाजिक उथल-पुथल, आर्थिक असमानता और अलगाववादी हिंसा के बावजूद सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखी है.

हालांकि चुनाव के मद्देनजर, पिछले कुछ हफ्तों से कैमरून में तनाव का माहौल था. देश आधिकारिक नतीजों का इंतजार कर रहा था. Sunday को आर्थिक राजधानी डुआला में सुरक्षा बलों और विपक्षी दल के समर्थकों के बीच हुई झड़पों में चार लोग मारे गए थे.

बिया के विरोधी चिरोमा ने 12 अक्टूबर को हुए चुनाव के दो दिन बाद ही जीत का दावा किया था. उन्होंने एक आंकड़ा पेश किया था जिसमें दिखाया गया था कि उन्हें 54.8 फीसदी जबकि बिया को 31.3 फीसदी वोट मिले हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि अगर संवैधानिक परिषद “गलत और तोड़-मरोड़कर पेश किए गए नतीजे” घोषित करती है तो विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे. सत्तारूढ़ कैमरून पीपल्स डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने उनके दावों को खारिज कर दिया और उनसे आधिकारिक नतीजों का इंतजार करने को कहा था.

राजधानी याउंडे के साथ-साथ कैमरून के अन्य हिस्सों जैसे बाफौसम और डुआला, जो देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में से हैं, वहां भी विरोध प्रदर्शन हुए. सप्ताहांत में social media पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, चिरोमा ने दावा किया कि सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके घर में घुसने की कोशिश की थी.

केआर/