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New Delhi, 6 नवंबर . इजरायल के डिफेंस फोर्स ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ हवाई हमले की पुष्टि की. social media प्लेटफॉर्म एक्स पर आईडीएफ ऑनलाइन की तरफ से यह जानकारी साझा की गई.
आईडीएफ की ओर से साझा जानकारी के अनुसार इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने हिज्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया. हिजबुल्लाह के इन ठिकानों को पिछले साल तबाह कर दिया गया था. हालांकि, फिर से इन्हीं ठिकानों का इस्तेमाल उपकरणों को बनाने के लिए किया जा रहा था. इजरायल का कहना है कि ऐसा करके सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है.
इजरायली मीडिया की ओर से साझा जानकारी के अनुसार, हमास ने इजरायल के स्टाफ सार्जेंट इते चेन के अवशेषों वाला ताबूत शव Tuesday रात को आईडीएफ को सौंप दिया था. वह गाजा पट्टी में अमेरिकी नागरिकता वाले अंतिम मृत बंधक थे.
दूसरी ओर हिज्बुल्लाह ने लेबनान के शीर्ष अधिकारियों को एक लेटर लिखा है. इस लेटर में हिज्बुल्लाह ने इजरायल के साथ वार्ता करने के बजाय युद्धविराम के नियमों का अनुसरण करने के लिए मजबूर करने का आग्रह किया है. हिज्बुल्लाह ने यह लेटर Prime Minister, President और संसद अध्यक्ष को लिखा है.
हिज्बुल्लाह ने कहा है कि “हथियारों के एकाधिकार के संबंध में Government के जल्दबाजी में लिए गए फैसले” ने इजरायल को स्थिति का फायदा उठाने का मौका दिया है. हथियारों के मुद्दे पर देश के अंदर चर्चा की जानी चाहिए. हथियारों को लेकर इजरायल या किसी अन्य विदेशी मांग के आगे नहीं झुकना चाहिए था.
बता दें, अमेरिकी President ट्रंप ने जो सीजफायर प्लान पेश किया था, उसके तहत ना केवल बंधकों और कैदियों की रिहाई बल्कि हथियार डालने की बात पर भी सहमति बनी थी. बता दें, इस पूरे पीस प्लान में अहम मुद्दा हथियार डालना था. वहीं इजरायल का कहना है कि अगर इन समूहों की तरफ से हथियार नहीं हटाए गए, तो हमले फिर से शुरू हो जाएंगे.
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केके/एबीएम