भारतीय शेयर बाजार ने फेस्टिव सीजन के इस बीते सप्ताह में संवत 2082 का किया स्वागत, कंज्यूमर सेंटीमेंट बढ़ा

Mumbai , 25 अक्टूबर . भारतीय शेयर बाजार ने फेस्टिव सीजन के इस बीते सप्ताह में संवत 2082 का स्वागत करते हुए कंज्यूमर सेंटीमेंट को बढ़ाया. हालांकि, बाजार में आई यह तेजी प्रॉफिट बुकिंग और भू-राजनैतिक तनावों के चलते निवेशकों का विश्वास कम होने से धीरे-धीरे खत्म हो गई.

GST सुधार की वजह वस्तुओं और सेवाओं के कम हुए दाम और मजबूत घरेलू खर्च की वजह से इस सीजन में रिकॉर्ड फेस्टिव बिक्री ने कंज्यूमर डिमांड को बढ़ाया.

संभावित कंसोलिडेशन और उम्मीदों से बेहतर नतीजों की खबरों के बीच पीएसयू बैंकिंग शेयरों ने रैली का नेतृत्व किया.

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “कीमती धातुओं के बाजार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखा गया. प्रॉफिट बुकिंग और मजबूत होते अमेरिकी डॉलर की वजह से यह 10 वर्षों से भी ज्यादा समय में एक सिंगल डे की सबसे बड़ी गिरावट थी.”

अमेरिकी और यूरोपीय संघ के रूसी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंधों के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से उछाल दर्ज किया गया. इससे एक बार फिर वैश्विक आपूर्ति में कमी और मुद्रास्फीति की चिंताएं बढ़ गईं.

भारतीय बेंचमार्क सूचकांक कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच आखिरी कारोबारी दिन Friday को 6 दिन की लगातार बढ़त पर ब्रेक लगाते हुए लाल निशान में बंद हुए.

आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स 344.52 अंक या 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,211.88 स्तर पर और निफ्टी 96.25 अंक या 0.37 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,795.15 पर बंद हुआ.

चॉइस इक्विटी ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के डेरिवेटिव एनालिस्ट-रिसर्च हार्दिक मतालिया ने कहा, “वर्तमान में, निफ्टी अपने 20-डे, 50-डे और 200-डे के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो एक मजबूत बुलिश स्ट्रक्चर और सस्टेन्ड ट्रेंड स्ट्रेंथ को उजागर करता है. वीकली टाइमफ्रेम पर, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 61.60 पर है और साइडवेज ट्रेंड कर रहा है, जो कंसोलिडेशन खत्म होने के बाद फिर से गति पकड़ने की संभावना के साथ एक न्यूट्रल-से-पॉजिटिव झुकाव का संकेत देता है.”

वहीं, निफ्टी बैंक एक अत्यधिक अस्थिर ट्रेडिंग हफ्ते के बीच एक नया लाइफटाइम हाई बनाने के बाद Friday को 378.45 अंक की गिरावट के बाद 57,699 पर बंद हुआ.

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