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Mumbai , 5 नवंबर . Maharashtra साइबर क्राइम ने 58 करोड़ रुपए के चर्चित डिजिटल अरेस्ट साइबर फ्रॉड मामले में एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस तरह अब तक इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर 26 हो गई है.
Maharashtra साइबर क्राइम के अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए नए आरोपी कभी बैंक अकाउंट होल्डर तो कभी मीडिएटर के रूप में काम कर रहे थे. जांच में पता चला है कि ठगी से प्राप्त रकम इन लोगों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी, जिसके बदले उन्हें कुल रकम का 1 से 5 प्रतिशत तक कमीशन देने का वादा किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि इस साइबर फ्रॉड में शामिल नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है और कई फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक अकाउंट खोले गए थे. Police अब यह पता लगाने में जुटी है कि ठगी की शेष राशि कहां ट्रांसफर की गई और मुख्य साजिशकर्ता कौन है. जांच में और भी गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है.
इससे पहले, 28 अक्टूबर को इसी मामले में Maharashtra साइबर सेल ने छह और आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
Maharashtra साइबर सेल की जांच में खुलासा हुआ कि ठगों ने पीड़ित दंपत्ति को Governmentी अधिकारी बनकर धमकाया और उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर उनकी पूरी जमा पूंजी इंडोनेशिया स्थित एक बैंक खाते में ट्रांसफर कराई. जांच में सामने आया है कि यह वही विदेशी खाता है जिसके माध्यम से पिछले 14 महीनों में 513 करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन किया गया है. इस खाते में मनी लॉन्ड्रिंग और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए रकम विदेश भेजी गई.
Maharashtra साइबर सेल का कहना है कि पूछताछ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले साइबर नेटवर्क के कई और लिंक सामने आ रहे हैं. Police अब विदेशी एजेंसियों की मदद से इंडोनेशिया के बैंक खाते और उसके ट्रांजैक्शन की गहराई से जांच कर रही है.
अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी ऑनलाइन जांच, कॉल या कानूनी नोटिस के नाम पर भयभीत न हों और ऐसे मामलों में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें.
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पीएसके