शारदा सिन्हा: लोक संस्कृति की स्वरकोकिला, जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने ‘छठी मईया की बेटी’ कहा

New Delhi, 5 नवंबर . ‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा की पुण्यतिथि पर ‘मोदी स्टोरी’ में उस अमर स्वर को याद किया गया है, जिसने लोक संगीत को नई पहचान दी. लोक संगीत के इतिहास में शारदा सिन्हा वह स्वर हैं, जिन्होंने परंपरा को आधुनिकता से जोड़ा और लोक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया. मिथिलांचल की मिट्टी से उठी उनकी आवाज India की संस्कृति और आस्था की प्रतीक बनी.

‘मोदी स्टोरी’ में Prime Minister Narendra Modi के शारदा सिन्हा के प्रति सम्मान के बारे में बताया गया है. इसके अलावा, शारदा सिन्हा के बेटे का वह बयान शामिल हैं, जिन्हें उन्होंने Prime Minister मोदी को लेकर अपनी मां के वक्तव्यों के बारे में बताया.

‘एक्स’ पोस्ट में लिखा है, “Prime Minister Narendra Modi स्वयं अनेक अवसरों पर शारदा सिन्हा के योगदान का उल्लेख करते रहे हैं. Prime Minister मोदी के अनुसार, शारदा जी ने छठ महापर्व को वैश्विक पहचान दिलाई है. मिथिलांचल की सभा में Prime Minister ने उन्हें स्नेहपूर्वक ‘छठी मईया की बेटी’ कहकर संबोधित किया था, यह उपाधि उनके लोकसेवी जीवन की सबसे सुंदर पहचान बन गई. Prime Minister मोदी ने उनके एक गीत को अपने social media पर साझा करते हुए लिखा कि यह गीत भारतीय लोक भावना की आत्मा को छू जाता है.”

‘मोदी स्टोरी’ में बताया गया कि 2018 में जब शारदा सिन्हा जी को पद्म भूषण सम्मान मिला, तब उनकी Prime Minister Narendra Modi से आत्मीय मुलाकात हुई थी. उस अवसर को याद करते हुए उनके बेटे अंशुमान सिन्हा बताते हैं, “Prime Minister जी ने मां से कहा था, ‘शारदा जी, आपने बहुत अच्छा काम किया है. आशा है कि आप संस्कृति की संवाहक बनी रहेंगी.’ यह उनके लिए गहरा प्रेरणास्रोत था.” अंशुमान आगे कहते हैं कि मां हमेशा Narendra Modi जी को एक ऐसे नेता के रूप में देखती थीं जिनमें कला और प्रशासन, दोनों के प्रति गहरा सम्मान और संवेदनशीलता है. वे कहती थीं कि देश तभी आगे बढ़ेगा जब संस्कृति को भी समान स्थान दिया जाएगा.

शारदा सिन्हा की आवाज ने छठ, होली, विवाह और भक्ति के हर अवसर को भावनाओं से भर दिया. उन्होंने लोकगीतों को शास्त्रीयता की गरिमा और जनमानस की सादगी, दोनों का मेल बनाकर प्रस्तुत किया. आज भी उनके गीत केवल धुन नहीं, बल्कि उस संस्कृति का दस्तावेज हैं जो India को उसकी जड़ों से जोड़ते हैं. शारदा सिन्हा का जीवन बताता है कि एक सच्चा कलाकार केवल सुर नहीं गाता, वह समाज की आत्मा की आवाज बन जाता है.

‘शारदा सिन्हा’ की पहली पुण्यतिथि पर Wednesday को Prime Minister मोदी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “उन्होंने बिहार की कला-संस्कृति को लोकगीतों के माध्यम से एक नई पहचान दी, जिसके लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा. महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीत हमेशा जनमानस में रचे-बसे रहेंगे.”

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