राजस्थान : सीएम भजनलाल शर्मा का ऐलान, भीलवाड़ा के धुवाला गांव में बनेगा नया औद्योगिक क्षेत्र

jaipur, 22 अक्टूबर . Rajasthan के Chief Minister भजन लाल शर्मा ने राज्य में एक नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने का ऐलान किया है. यह औद्योगिक क्षेत्र भीलवाड़ा जिले की मांडल तहसील के धुवाला गांव में बनाया जाएगा. इसके लिए Rajasthan राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम लिमिटेड (रीको) को 82.60 हेक्टेयर भूमि आवंटित करने को मंजूरी दे दी है.

अधिकारियों के अनुसार इस निर्णय का उद्देश्य औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करना है. Rajasthan औद्योगिक क्षेत्र आवंटन नियम, 1959 के नियम 11ए के तहत यह भूमि इस शर्त के साथ आवंटित की गई है कि केवल गैर-प्रदूषणकारी औद्योगिक इकाइयां ही स्थापित की जाएंगी.

Chief Minister ने कहा कि राज्य Government पूरे Rajasthan में औद्योगिक विकास और संतुलित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. Chief Minister भजनलाल शर्मा ने कहा कि औद्योगीकरण आर्थिक समृद्धि का एक प्रमुख स्तंभ है. Government यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि राज्य का प्रत्येक जिला नियोजित, सतत और पर्यावरण के अनुकूल विकास का लाभ उठा सके.

अधिकारियों ने बताया कि नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना से क्षेत्र में औद्योगिक निवेश में तेजी आएगी और मध्य Rajasthan में अपने परिचालन का विस्तार करने के इच्छुक लघु एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) को आकर्षित किया जा सकेगा. इस परियोजना से भीलवाड़ा और उसके आसपास के सैकड़ों लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की भी उम्मीद है.

यह निर्णय Chief Minister शर्मा के नेतृत्व में औद्योगिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और व्यवसाय-अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के राज्य Government के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है. Government Rajasthan को नवाचार और उद्यम का एक उभरता हुआ केंद्र बनाने के लिए औद्योगिक विस्तार, निवेश सुगमता और उद्यमिता संवर्धन पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

धुवाला में प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र आधुनिक बुनियादी ढांचा, बेहतर कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करेगा, जिससे उद्योगों को कुशलतापूर्वक स्थापित और संचालित करने में मदद मिलेगी. अधिकारियों ने कहा कि इस कदम से भीलवाड़ा के बढ़ते औद्योगिक आधार को और गति मिलने की उम्मीद है, खासकर कपड़ा, इंजीनियरिंग सामान और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे गैर-प्रदूषणकारी क्षेत्रों में.

एमएस/जीकेटी