ओडिशा : पीताबास हत्याकांड में बड़ा खुलासा, 50 लाख में तय हुआ था ‘सौदा’

ब्रह्मपुर (Odisha), 22 अक्‍टूबर . वकील पीताबास पांडा की सनसनीखेज हत्या के मामले में ब्रह्मपुर Police ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड का सौदा 50 लाख रुपए में तय हुआ था. आरोपियों ने हत्या से पहले ही शार्प शूटर को 10 लाख रुपए एडवांस के रूप में दिए थे, जबकि बाकी 40 लाख रुपए हत्या के बाद देने की बात हुई थी. Police ने अब तक 12 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया है.

ब्रह्मपुर एसपी के मुताबिक, हत्या की साजिश पूर्व विधायक बिक्रम पांडा, पूर्व महापौर शिबा शंकर दास उर्फ पिंटू, पार्षद मलय बिशोयी और मदन दलेई ने मिलकर रची थी. इस पूरी योजना का संचालन बिक्रम पांडा के इशारे पर हुआ. हत्या को अंजाम देने के लिए बिहार से एक शार्प शूटर को बुलाया गया था.

Police के अनुसार, घटना के दिन चिंटू प्रधान गाड़ी चला रहा था, जबकि कुरुपति भुया ने गोली चलाई. आरोपी ने वारदात से पहले नई शर्ट और पैंट पहनकर पहचान छिपाने की कोशिश की थी. इससे पहले भी पीताबास पांडा की हत्या के तीन असफल प्रयास किए जा चुके थे. बताया जा रहा है कि बार काउंसिल चुनावों के दौरान ही यह रंजिश शुरू हुई थी.

एसपी ने बताया कि पिंटू दास के खिलाफ पहले से 38 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि बिक्रम पांडा के खिलाफ आपराधिक साजिश के पुख्ता सबूत मिले हैं. उमा बिशोयी के पास इस पूरी रकम का प्रबंधन था.

Police ने अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बिक्रम पांडा, पिंटू दास, मलय बिशोयी, मदन दलेई, कुरुपति भुया, सुदर्शन जेना, चिंटू प्रधान, शिशु कुमार पासवान, कुंदन कुमार, बिपिन स्वैन, योगी दत्ता, उमा बिशोयी, सीमांचल नाहक, योगेंद्र राउत और राजेंद्र कुमार साहू शामिल हैं. कुल 15 लोग इस साजिश में शामिल बताए जा रहे हैं, जिनमें से तीन फरार हैं.

Police ने Wednesday को मुख्य आरोपी बिक्रम पांडा को सुरक्षा के बीच ब्रह्मपुर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में उससे लंबी पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. मामले में Police की जांच जारी है और फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है.

एएसएच/जीकेटी