Patna, 22 अक्टूबर . साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गढ़ कहे जाने वाली कई सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमल खिलाया था. ऐसी ही एक सीट है भोजपुर जिले की बड़हरा विधानसभा. यहां भाजपा ने राजद के किले में सेंध लगाते हुए जीत हासिल की थी.
भाजपा के राघवेंद्र प्रताप सिंह ने राजद के उम्मीदवार सरोज यादव को हराया था. हालांकि, यह मुकाबला काफी टक्कर का था. 2025 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा और राजद के बीच जोरदार टक्कर की पूरी उम्मीद है.
भाजपा ने एक बार फिर राघवेंद्र प्रताप सिंह पर भरोसा जताया है, जबकि राजद ने रामबाबू पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है.
राघवेंद्र प्रताप सिंह की Political यात्रा रोचक रही है. वह 2010 में राजद के टिकट पर बड़हरा से विधायक बने थे, लेकिन 2015 में Samajwadi Party के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर तीसरे स्थान पर रहे, और राजद की सरोज यादव ने जीत हासिल की थी. 2020 में राघवेंद्र प्रताप सिंह ने भाजपा के टिकट पर वापसी की और राजद को हराकर सीट पर कब्जा जमाया. इस बार भी पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है.
इस विधानसभा में कुल जनसंख्या 535008 है, जिनमें 282824 पुरुष और महिला 252184 महिलाएं हैं. कुल मतदाता 311962 हैं, जिनमें 167669 पुरुष, 144286 महिलाएं, और 7 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
इस विधानसभा की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि (धान, मक्का) पर टिकी है, लेकिन बाढ़ और बुनियादी ढांचे की कमी लोगों के जीवन को कठिन बनाती हैं. गंगा नदी के किनारे होने से मानसून में बाढ़ आम है. तटबंध टूट जाते हैं, फसलें डूब जाती हैं, और घर उजड़ जाते हैं. इस विधानसभा में टूटी सड़कों को लेकर मरम्मत कार्य समय-समय पर हुए, लेकिन बरसात में सड़कें तालाब का रूप ले लेती हैं. पेयजल की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ता है. हा
स्थानीय लोगों का मानना है कि हम ऐसी Government चाहते हैं जो हमारे लिए रोजगार की व्यवस्था करे, बाढ़ और सूखे के कारण खेती को जो नुकसान होता है, उसके लिए Government उचित मुआवजा मुहैया करवाए. गांव-गांव में बिजली की व्यवस्था की जाए. साफ पेय जल सुनिश्चित किया जाए. नई सड़कें बनाई जाएं, और स्कूलों और अस्पतालों में व्यवस्थाएं ठीक हों.
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डीकेएम/डीएससी