पेरिस, 19 अक्टूबर . किसी थ्रिलर की तरह, Sunday को दिनदहाड़े चेनसॉ लैस लुटेरों ने लूव्र संग्रहालय पर धावा बोला, जिसके कारण दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले सांस्कृतिक स्थलों में से एक को पूरे दिन के लिए बंद करना पड़ा.
संग्रहालय खुलने के कुछ ही देर बाद डकैती हुई. बताया जा रहा है कि हमलावर स्कूटर पर सवार होकर सीन नदी के किनारे निर्माणाधीन इमारत के सामने के हिस्से में घुस गए. फ्रांसीसी मीडिया के अनुसार, घुसपैठियों ने कॉम्पैक्ट चेनसॉ और एक मालवाहक लिफ्ट का इस्तेमाल करके सीधे अपोलो गैलरी में प्रवेश किया, जहां फ्रांस की कुछ सबसे कीमती ऐतिहासिक कलाकृतियां रखी गई हैं.
वहां, एक सोची-समझी तोड़फोड़ और लूटपाट की कार्रवाई में, चोरों ने कांच के डिस्प्ले को तोड़ दिया और नेपोलियन बोनापार्ट और महारानी जोसेफिन के नौ अनमोल आभूषण लेकर भाग गए, जिससे फ्रांस का सांस्कृतिक समुदाय स्तब्ध रह गया.
Police के साथ मौके पर मौजूद फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री रचिदा दाती ने social media पर घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “आज सुबह लूव्र संग्रहालय के खुलते ही डकैती हुई. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. जांच जारी है.”
लूव्र म्यूजियम ने भी “असाधारण कारणों” के चलते एक दिन की बंदी का ऐलान किया, और प्रेस समय तक कोई और सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की.
अधिकारियों ने अभी तक संदिग्धों की पहचान या संख्या की पुष्टि नहीं की है, हालांकि Police सूत्रों ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को बताया कि यह कार्रवाई त्वरित, पेशेवर तरीके से अंजाम दी गई.
सुरक्षा फुटेज, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और फोरेंसिक साक्ष्यों की समीक्षा की जा रही है क्योंकि जांचकर्ता चोरी किए गए खजाने को बरामद करने और हाल के यूरोपीय इतिहास में सबसे दुस्साहसिक संग्रहालय डकैतियों में से एक के पीछे के अपराधियों की पहचान करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
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केआर/