जगदलपुर, 17 अक्टूबर . छत्तीसगढ़ में 208 और नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. इसके साथ ही, राज्य में पिछले तीन दिन में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या 405 पहुंच गई है. Thursday को छत्तीसगढ़ में 170 और Wednesday को 27 नक्सलियों ने सरेंडर किया था.
छत्तीसगढ़ में Friday को माओवादी गढ़ माने जाने वाले माड़ क्षेत्र के 208 नक्सलियों ने जगदलपुर, बस्तर जिले के रिजर्व Police लाइन्स में आयोजित एक कार्यक्रम में आत्मसमर्पण किया. इस कार्यक्रम में Chief Minister विष्णु देव साय और उपChief Minister विजय शर्मा वर्चुअली शामिल हुए.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कई ऐसे हैं, जो सालों से घने जंगलों में सक्रिय थे. सभी Naxalite भारतीय संविधान की प्रति हाथ में लिए हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. वे ‘पुनः मार्गेमें’ (पुनर्वास के माध्यम से नई जिंदगी) लिखे बैनर लेकर आए थे. इस दौरान उन्होंने 153 हथियार भी सुरक्षाबलों के हवाले किए, जिनमें 19 एके-47 राइफल, 17 एसएलआर, 23 इंसास राइफल, 1 इंसास लाइट मशीन गन, 36 .303 राइफल, 4 कार्बाइन, 11 बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 41 बारह बोर या सिंगल शॉट हथियार और 1 पिस्तौल शामिल थी.
आत्मसमर्पण करने वालों में 110 महिलाएं और 98 पुरुष शामिल हैं. इनमें कई उच्च पदों पर रहे Naxalite कैडर भी हैं.
मुख्य आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में रूपेश (सतीश उर्फ असन्ना) प्रमुख है, जो उत्तर-पश्चिम उप-क्षेत्रीय प्रभारी और सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष कमांडरों में से एक है. 59 वर्षीय रूपेश को माओवादी सैन्य शाखा के खुफिया प्रमुख और विस्फोटक विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता था. उसने Thursday शाम अपने साथियों के साथ बीजापुर Police मुख्यालय में प्रारंभिक आत्मसमर्पण किया था.
Chief Minister साय ने इस आत्मसमर्पण को बस्तर में माओवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया और कहा कि इस क्षेत्र की असली ताकत यहां के लोगों की आत्मनिर्भरता, शिक्षा और सम्मान में निहित है. Chief Minister ने आगे कहा कि उत्तरी बस्तर और अबूझमाड़ को पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त घोषित कर दिया गया है, जो हिंसा से आशा की ओर बदलाव का प्रतीक है.
गौरतलब है कि भाजपा Government के दौरान पिछले 22 महीनों में 477 नक्सलियों को मार गिराया गया है. वहीं 1,785 को गिरफ्तार किया गया है और 2,110 ने आत्मसमर्पण किया है.
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डीसीएच/