अंता विधानसभा उपचुनाव: भाजपा ने मोरपाल सुमन को उम्मीदवार बनाया

jaipur, 17 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने Rajasthan की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मोरपाल सुमन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.

कम-प्रोफाइल छवि वाले स्थानीय नेता मोरपाल सुमन को पूर्व Chief Minister वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है. वे बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं और सैनी समुदाय से आते हैं, जो इस निर्वाचन क्षेत्र के जातिगत समीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मोरपाल को चुनने के पीछे इसको एक वजह माना जा रहा है.

लंबी चर्चा के बाद पार्टी नेताओं ने मोरपाल के नाम पर सहमति जताई. प्रभुलाल सैनी भी टिकट की दौड़ में थे, लेकिन भाजपा ने आखिर में मोरपाल को चुना, क्योंकि सैनी समुदाय के उम्मीदवार को उतारना अंता के Political समीकरणों के लिए महत्वपूर्ण माना गया.

कंवरपाल मीणा की विधानसभा सदस्यता रद्द होने के कारण अंता सीट खाली हुई थी.

कंवरलाल मीणा को एक एसडीएम को पिस्तौल से धमकाने के 20 साल पुराने मामले में दोषी ठहराया गया था. इसके बाद उन्हें विधायक के तौर पर अयोग्य घोषित किया गया. कानून के अनुसार, किसी सीट के रिक्त होने के छह महीने के भीतर चुनाव कराना अनिवार्य है.

इस उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को मैदान में उतारा है, जबकि नरेश मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में हिस्सा लिया है, जिससे त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बन गई है. उपचुनाव के लिए 11 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 14 नवंबर को होगी.

1 अक्टूबर को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची के अनुसार, अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,26,227 मतदाता हैं, जिनमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिलाएं और चार अन्य शामिल हैं. हाल की मतदाता सूची संशोधन अभियान के दौरान कुल 1,336 नए मतदाता जोड़े गए.

भाजपा के सत्ता में आने के बाद से Rajasthan की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. इनमें से भाजपा ने पांच सीटें (खिनवसर, देओली-उनियारा, झुंझुनू, रामगढ़ और सलूंबर) जीतीं, जबकि कांग्रेस एक सीट पर कब्जा कर पाई.

डीसीएच/