आईपीएस वाई. पूरन कुमार के परिवार से मिले रामदास आठवले, आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

चंडीगढ़, 13 अक्टूबर . Haryana के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित अधिकारी के परिवार से मुलाकात का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. Monday को केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले चंडीगढ़ स्थित पूरन कुमार के आवास पहुंचे और परिवार से मुलाकात की.

Union Minister आठवले ने कहा कि परिवार बेहद दुखी है और उन्होंने न्याय की गुहार लगाई है. मंत्री ने बताया कि परिवार के अनुसार वाई. पूरन कुमार को लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था. गलत काम कोई और करता था, लेकिन आरोप हमेशा वाई. पूरन कुमार पर ही लगा दिए जाते थे. उन्होंने Haryana के Chief Minister नायब सैनी से इस मामले में मिलने का समय मांगा है.

रामदास आठवले ने कहा कि इस पूरे मामले में डीजीपी और तत्कालीन रोहतक एसपी जैसे बड़े अधिकारी भी आरोपों के घेरे में हैं और इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि देशभर के दलित समुदाय में इस घटना को लेकर गुस्सा है और कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

मंत्री ने अफसोस जताते हुए कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी दलित विरोधी मानसिकता खत्म नहीं हुई है. आज भी डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान का अपमान हो रहा है, जो बहुत दुखद है.

पंजाब अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने भी वाई. पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी और गंभीर घटना है. समाज को अब एकजुट होकर न्याय की मांग करनी चाहिए. जसवीर सिंह ने बताया कि आयोग ने इस मामले में चंडीगढ़ प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन जो रिपोर्ट मिली है उससे आयोग संतुष्ट नहीं है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलता, आयोग इस मुद्दे पर सक्रिय रहेगा.

इसके अलावा तेलंगाना के उपChief Minister मल्लू भट्टी विक्रमार्का, कांग्रेस के Jharkhand प्रभारी के. राजू और चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की भी आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिवार से मिलने पहुंचे. सभी नेताओं ने परिवार को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर उठाएंगे और न्याय सुनिश्चित कराने की पूरी कोशिश करेंगे.

पीआईएम/वीसी