ऑपरेशन ब्लू स्टार पर कांग्रेस रुख स्‍पष्‍ट करे : संजय निरुपम

Mumbai , 13 अक्‍टूबर . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व Union Minister पी. चिदंबरम अपने हालिया बयानों से एक बार फिर सुर्खियों में हैं. चिदंबरम ने इस बार ऑपरेशन ब्लू स्टार को ‘गलत कदम’ बताया है, जिसके बाद कांग्रेस के भीतर असमंजस की स्थिति बन गई है. इस पर शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला.

निरुपम ने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में ऑपरेशन ब्लू स्टार भिंडरावाले जैसे आतंकवादी को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम था. उन्होंने चिदंबरम के बयान को “चौंकाने वाला” बताया. निरुपम ने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस पार्टी अब इंदिरा गांधी के इस फैसले से असहमत है, क्योंकि अब तक वह इसे “बहादुरी का प्रतीक” बताती रही है. उन्होंने कांग्रेस से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की.

इस बीच, कर्नाटक के Chief Minister सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया की आरएसएस पर विवादास्पद टिप्पणी पर भी निरुपम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है, न कि कोई सैन्य संस्था. हिंदुत्व किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह India की आत्मा और हिंदू संस्कृति के प्रचार-प्रसार का माध्यम है. निरुपम ने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया ने आरएसएस को बदनाम करने की कोशिश की है. उन्होंने मांग की कि सिद्धारमैया तुरंत अपना बयान वापस लें और आरएसएस से सार्वजनिक माफी मांगें.

वहीं, Maharashtra की राजनीति में Sunday को नया घटनाक्रम देखने को मिला जब मनसे प्रमुख राज ठाकरे अपने भाई और शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मातोश्री जाकर मिले.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय निरुपम ने कहा कि यह पारिवारिक मिलन है, इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन इसका Political लाभ दोनों को नहीं मिलेगा क्योंकि दोनों की “Political जमीन” खत्म हो चुकी है. उन्होंने दावा किया कि मनसे का महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस के साथ आने का संकेत मिला है और सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस उस दल से हाथ मिलाएगी जिसने कभी उत्तर भारतीयों पर हमले किए थे. कांग्रेस को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.

निरुपम ने Actress शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा से जुड़े सात करोड़ रुपये के गबन मामले पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि Police द्वारा चल रही पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे हैं, जिससे यह संदेह गहराता जा रहा है कि कंपनी से जुड़ी लेन-देन में अनियमितताएं हुई हैं. निरुपम ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई होगी.

एएसएच/एएस