महागठबंधन में सभी तैयारियां पूरी, सीट बंटवारे पर होगा जल्द फैसला: भूपेश बघेल

रायपुर, 13 अक्टूबर . बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के सीट बंटवारे को लेकर पूर्व Chief Minister और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा कि यह प्रक्रिया आज या कल तक पूरी हो जाएगी.

उन्होंने कहा, “सभी तैयारियां हो चुकी हैं, जल्द ही सीट बंटवारे का ऐलान होगा.”

दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ में Chief Minister विष्णु देव साय की अध्यक्षता में होने वाली एसपी कॉन्फ्रेंस में कानून-व्यवस्था और नक्सलवाद पर गहन चर्चा होगी. इस कॉन्फ्रेंस में सभी एसपी, डीजी, संभागीय आईजी, कलेक्टर्स और डीएफओ शामिल होंगे. Chief Minister साय सुरक्षा प्रबंधन और विभागीय कार्यों की समीक्षा भी करेंगे.

इस बैठक को लेकर भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ Government पर निशाना साधते हुए कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में Government ने स्वीकार किया कि रेत चोरी हो रही है, जिसे रोकने में Chief Minister के विभाग विफल रहे हैं.

भूपेश बघेल ने सवाल उठाया कि पिछले साल का धान अभी तक क्यों नहीं उठाया गया और कितना धान संग्रहण केंद्रों में बचा है, इसकी जानकारी सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही.

उन्होंने कहा, “Government ने धान उठाव और भुगतान के लिए 72 घंटे का नियम बनाया था, लेकिन इसे बढ़ाकर तीन महीने कर दिया गया. ऐसे में कलेक्टर क्या कर सकते हैं?”

भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की जांच एजेंसियों पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ईओडब्ल्यू और एसीबी, जो Chief Minister साय के अधीन हैं, फर्जी दस्तावेज तैयार कर विपक्ष के खिलाफ साजिश रच रही हैं.

उन्होंने दावा किया कि कोर्ट में इसकी पुष्टि हो चुकी है और नोटिस भी जारी किया गया है. बघेल ने कहा, “जांच एजेंसियों और न्यायालय के बीच सांठगांठ के सबूत लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत हैं.”

कांग्रेस नेता ने केंद्र और छत्तीसगढ़ की भाजपा Government पर लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी बार-बार संविधान की रक्षा की बात उठा रहे हैं. केंद्रीय एजेंसियों और चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाया जा रहा है.

उन्होंने कहा, “एजेंसियां और चुनाव आयोग भाजपा Government के इशारों पर चल रही है. लोगों का भरोसा केवल न्यायालय पर था और है, लेकिन न्यायालय को भी प्रभावित करने का षड्यंत्र और दुस्साहस किया गया है और ये प्रमाणित भी हो गया है.”

एकेएस/डीएससी