New Delhi, 12 अक्टूबर . केला ना केवल सबसे सस्ता और आसानी से मिलने वाला फल है, बल्कि इसे पावरहाउस ऑफ एनर्जी भी कहा जाता है. आयुर्वेद और आधुनिक पोषण विज्ञान दोनों में ही केला एक श्रेष्ठ ऊर्जा स्रोत और शरीर को बल देने वाला फल माना गया है.
जिम जाने से पहले या एक्सरसाइज के बाद यदि एक केला खा लिया जाए, तो यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है और थकान से राहत देता है. केले में मौजूद प्राकृतिक कार्बोहाइड्रेट्स ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज शरीर में तुरंत ऊर्जा भरते हैं और मसल्स को ग्लाइकोजन की आपूर्ति करते हैं. यही कारण है कि केला किसी भी रासायनिक एनर्जी ड्रिंक की तुलना में एक प्राकृतिक और सुरक्षित एनर्जी फ्यूल है.
वर्कआउट के दौरान शरीर से पसीने के साथ पोटैशियम और सोडियम जैसे खनिज बाहर निकल जाते हैं, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव या क्रैम्प की समस्या हो सकती है. केला पोटैशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है. एक केले में लगभग 450 मिलीग्राम पोटैशियम होता है, जो इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखने और मसल क्रैम्प से बचाने में मदद करता है.
इसके अलावा, केला ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है क्योंकि इसमें मौजूद शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है. इससे अचानक ऊर्जा का उतार-चढ़ाव नहीं होता और शरीर पूरे वर्कआउट सत्र के दौरान स्थिर रहता है.
केले में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड दिमाग में सेरोटोनिन का निर्माण करता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और स्ट्रेस कम करता है. यही कारण है कि केला खाने के बाद व्यक्ति मानसिक रूप से हल्का और ऊर्जावान महसूस करता है.
आयुर्वेद में भी केला बल्य फल यानी बलवर्धक और स्थायित्व देने वाला फल बताया गया है. इसमें मधुर रस, शीतवीर्य और गुरु गुण पाए जाते हैं, जो वात और पित्त दोष को शांत करते हैं.
वर्कआउट से पहले 1 केला और 4-5 बादाम या 1 चम्मच पीनट बटर का सेवन करना काफी अच्छा माना जाता है. वहीं, वर्कआउट के बाद केले का दूध या दही के साथ स्मूदी पीना फायदेमंद होता है. हालांकि, केला खाली पेट नहीं खाना चाहिए. इसे हल्के भोजन या दूध, ओट्स या शेक के साथ लेना बेहतर होता है.
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पीआईएम/एबीएम