जनजातीय समुदाय की प्रकृति-अनुकूल जीवनशैली सभी के लिए प्रेरणास्रोत : राष्ट्रपति मुर्मू

New Delhi, 10 अक्टूबर . President द्रौपदी मुर्मू ने Friday को गिर राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया और स्थानीय आदिवासी समुदाय से बातचीत की. उन्होंने उनकी प्रकृति-अनुकूल जीवनशैली की प्रशंसा करते हुए सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया. President ने सोमनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा के साथ अपने कार्यक्रम की शुरुआत की.

President मुर्मू ने मंदिर के निकट सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की.

इसके बाद, President ने गिर राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया और सासन गिर में स्थानीय जनजातीय लोगों से बातचीत की.

President ने कहा कि जनजातीय लोगों के पास जीवन में प्रगति के अनेक अवसर हैं. उन्होंने जनजातीय लोगों से अपने बच्चों को सर्वोत्तम संभव शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करने का आग्रह किया.

उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि सिद्दी जनजातीय समुदाय, जो एक आदिम जनजातीय समूह है, की साक्षरता दर 72 प्रतिशत से अधिक है.

President मुर्मू ने कहा कि India Government ने आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए विभिन्न पहल शुरू की हैं. उन्होंने सभी से विकासात्मक और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने और न केवल उनका लाभ उठाने, बल्कि गांव और समुदाय के लोगों को भी योजनाओं से जोड़ने का आग्रह किया.

उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय की प्रकृति-अनुकूल जीवनशैली सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है.

उन्होंने कहा कि हम अपने आदिवासी भाई-बहनों की सक्रिय भागीदारी से एक ऐसे समाज और देश का निर्माण कर रहे हैं, जहां समानता, न्याय और सम्मान का वातावरण हो, जहां आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपराएं संरक्षित हों और हमारे आदिवासी भाई-बहनों के अधिकार सुरक्षित हों. यह वर्ष 2047 तक India को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक है.

President भवन के आधिकारिक अकाउंट एक्स पर President के गिर राष्ट्रीय उद्यान दौरे की कुछ तस्वीरें साझा की गईं और लिखा गया, “President द्रौपदी मुर्मू ने गिर राष्ट्रीय उद्यान का दौरा किया, जो राजसी एशियाई शेर और समृद्ध और विविध वन्य जीवन का घर है. बाद में, उन्होंने स्थानीय आदिवासी लोगों के साथ भी बातचीत की. President ने कहा कि आदिवासी समुदाय की प्रकृति के अनुकूल जीवन शैली सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने परंपराओं को संरक्षित करते हुए विकास के महत्व पर जोर दिया.”

पीएसके/एबीएम