संत प्रेमानंद महाराज पूर्ण रूप से स्वस्थ, आश्रम ने अफवाहों का किया खंडन

वृंदावन, 8 अक्टूबर . पिछले कुछ दिनों से पूज्य श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज के स्वास्थ्य को लेकर social media और अन्य माध्यमों पर फैल रही निराधार अफवाहों पर विराम लगाते हुए उनके आश्रम श्री हित राधा केलि कुंज परिकर ने एक विस्तृत और स्पष्ट एडवाइजरी जारी की है.

आश्रम ने न केवल गुरुदेव के स्वास्थ्य की आधिकारिक जानकारी साझा की है, बल्कि भक्तों से झूठी खबरों को न फैलाने की अपील भी की है. इस एडवाइजरी ने गुरुदेव के लाखों अनुयायियों के बीच फैले भ्रम और चिंता को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

आश्रम द्वारा जारी नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है कि पूज्य गुरुदेव श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज का स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक है. परिकर ने अवगत कराया कि गुरुदेव किसी भी प्रकार की अस्वस्थता से पीड़ित नहीं हैं और वह अपनी दैनिक दिनचर्या में पूर्ववत सक्रिय हैं. उनकी साधना, सत्संग, और अन्य नियमित गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं.

आश्रम ने भक्तों को आश्वस्त किया कि गुरुदेव की दिनचर्या में कोई व्यवधान नहीं है और वे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं.

एडवाइजरी में एकमात्र बदलाव का उल्लेख किया गया है. गुरुदेव की प्रातःकालीन पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. आश्रम ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण नहीं, बल्कि सावधानी के तौर पर लिया गया है. संभवतः यह कदम भक्तों की भीड़, गुरुदेव की आयु, और उनके सहज आराम को ध्यान में रखकर उठाया गया है. पदयात्रा का स्थगन किसी भी तरह से खराब स्वास्थ्य का संकेत नहीं है.

श्री हित राधा केलि कुंज परिकर ने देश-विदेश में फैले गुरुदेव के लाखों अनुयायियों से विनम्र अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की निराधार अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही उन्हें आगे बढ़ाएं. एडवाइजरी में कहा गया, “आप सभी से निवेदन है कि कृपया ऐसी झूठी खबरों पर विश्वास न करें और इन्हें फैलाने से बचें.”

आश्रम ने भक्तों से केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर भरोसा करने का आग्रह किया है.

वृंदावन में पूज्य प्रेमानंद महाराज की अपार लोकप्रियता के कारण उनके स्वास्थ्य से जुड़ी हर छोटी खबर भक्तों के बीच त्वरित प्रतिक्रिया उत्पन्न करती है. ऐसे में आश्रम की यह स्पष्ट और विस्तृत एडवाइजरी भक्तों के बीच अनावश्यक चिंता और भ्रम को समाप्त करने का एक महत्वपूर्ण कदम है.

प्रेमानंद जी महाराज की सामान्य दिनचर्या और स्वस्थ होने की खबर से उनके अनुयायियों ने राहत की सांस ली है.

एकेएस/डीकेपी