त्रिपुरा में पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ को टीएमसी ने बताया लोकतंत्र पर हमला

कोलकाता, 7 अक्टूबर . त्रिपुरा में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय पर की गई तोड़फोड़ को लेकर पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है.

टीएमसी ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा समर्थित गुंडों द्वारा किया गया हिंसक हमला उनकी केवल आक्रामकता नहीं है, बल्कि लोकतंत्र पर खुला हमला है. जब सत्ता में बैठे लोग अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं, तो वे अपनी ताकत नहीं, बल्कि डर और नैतिक दिवालियापन का परिचय देते हैं.

पोस्ट में आगे लिखा गया कि भाजपा “लोकतंत्र बचाने” की बात करती है, जबकि राज्यों की नींव जलाने का काम किया जा रहा है. वे कार्यालयों को नष्ट कर सकते हैं, पोस्टर फाड़ सकते हैं और कार्यकर्ताओं को धमका सकते हैं. लेकिन, वे उस प्रतिरोध की भावना को नहीं तोड़ सकते जो तृणमूल के हर कार्यकर्ता और न्याय में विश्वास रखने वाले हर नागरिक में है. हम चुप नहीं होंगे. हम पीछे नहीं हटेंगे. त्रिपुरा और India की जनता देख रही है.

इससे पहले पश्चिम बंगाल भाजपा चुनाव सह प्रभारी एवं त्रिपुरा के पूर्व Chief Minister बिप्लब कुमार देब Tuesday को सिलीगुड़ी पहुंचे. यहां उन्होंने टीएमसी से जुड़े लोगों के हमले में घायल हुए BJP MP खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना.

बिप्लब देब ने दोनों नेताओं से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. घायल BJP MP और विधायक ने बताया कि जब वे जलपाईगुड़ी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे, तभी टीएमसी समर्थित गुंडों ने अचानक हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि हमलावरों ने उनके वाहनों में तोड़फोड़ की और पत्थरबाजी की, जिसके बाद वे गंभीर रूप से घायल हो गए.

भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद बिप्लब देब ने कहा कि यह घटना पश्चिम बंगाल में टीएमसी Government की असफलता और कानून व्यवस्था की स्थिति का प्रमाण है. टीएमसी Government की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. जनता आगामी विधानसभा चुनाव में ममता Government को उखाड़ फेंकेगी. पश्चिम बंगाल में टीएमसी शासन के खिलाफ जनाक्रोश लगातार बढ़ रहा है.

एमएस/एबीएम