एनएसए अजीत डोवाल ने ब्राजील के राष्ट्रपति के विशेष सलाहकार से की मुलाकात, रणनीतिक साझेदारी वाले मुद्दों पर चर्चा

New Delhi, 4 अक्टूबर . India के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल ने New Delhi में छठे भारत-ब्राजील रणनीतिक संवाद के लिए President लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा के विशेष सलाहकार और राजदूत सेल्सो लुइस नून्स अमोरिम से मुलाकात की. दोनों देश अमेरिकी टैरिफ के प्रभावों को कम करने के लिए नए व्यापारिक रास्ते तलाश रहे हैं.

Friday को हुई इस मुलाकात के दौरान राजदूत अमोरिम के साथ ब्राजील के वरिष्ठ Governmentी अधिकारियों और सलाहकारों का एक प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद था.

विदेश मंत्रालय (एमईए) की ओर से साझा जानकारी के अनुसार यह मुलाकात जुलाई 2025 में India के Prime Minister Narendra Modi की ब्राजील की राजकीय यात्रा के दौरान सहयोग के पांच स्तंभों के अंतर्गत चिन्हित मुद्दों पर आगे की बातचीत का एक अवसर था.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और राजदूत अमोरिम ने रणनीतिक साझेदारी वाले मुद्दों पर चल रही प्रगति की समीक्षा की, जिसमें रक्षा और सुरक्षा; ऊर्जा, दुर्लभ मृदा और महत्वपूर्ण खनिज और स्वास्थ्य-औषधि जैसे अलग-अलग क्षेत्र शामिल हैं. उन्होंने ब्रिक्स, आईबीएसए और नवंबर में ब्राजील की ओर से आयोजित होने वाले आगामी कॉप-30 जैसे बहुपक्षीय मंचों में सहयोग पर भी चर्चा की.

दोनों पक्षों ने पीएम मोदी और President लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण को क्रियान्वित करने के लिए कार्य को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई. बता दें, India और ब्राजील के बीच घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध हैं, जिन्हें 2006 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया.

दोनों देश ब्रिक्स, आईबीएसए, जी-20, जी-4, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन और आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन जैसे बहुपक्षीय मंचों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन, यूनेस्को और डब्ल्यूआईपीओ जैसे बड़े बहुपक्षीय निकायों में भी आपसी सहयोग करते हैं.

India और ब्राजील के बीच राजनयिक संबंध 1948 में स्थापित हुए और उसी साल दोनों देशों ने अपने दूतावास खोले. India ने ब्राजील की पूर्व राजधानी रियो डी जेनेरियो में दूतावास खोला था. हालांकि, बाद में 1971 में इसे ब्रासीलिया स्थानांतरित कर दिया गया. India का साओ पाउलो में एक महावाणिज्य दूतावास है, जबकि ब्राजील का Mumbai में एक महावाणिज्य दूतावास है.

India और ब्राजील के बीच का संबंध बेहद खास है. इसकी एक वजह यह भी है कि वास्को डी गामा के India में आने के दो साल बाद 1500 में ब्राजील के पूर्वी तट पर उतरे. इसके बाद 16वीं और 18वीं शताब्दी के बीच पुर्तगाली साम्राज्यवादी साम्राज्य के दोनों गढ़, ब्राजील और गोवा के बीच द्विपक्षीय आदान-प्रदान हुआ, जो भोजन और पहनावे के साथ-साथ स्थानीय परंपराओं में भी जुड़ा है.

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2024-25 में 12.20 अरब डॉलर तक पहुंच गया. India ब्राजील को डीजल, आईटी उत्पाद और दवाएं निर्यात करता है, जबकि ब्राजील India को पेट्रोलियम उत्पाद, सोया और तांबा निर्यात करता है.

कनक/वीसी