देहरादून के परेड ग्राउंड में 121 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन, मुख्यमंत्री धामी ने श्रीराम के चरित्र पर डाला प्रकाश

देहरादून, 2 अक्टूबर . असत्य पर सत्य की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देने के लिए हर साल दशहरा पर्व मनाया जाता है. देश भर के तमाम हिस्सों में दशहरा पर्व पर रावण का पुतला दहन करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

इसी क्रम में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में रावण का 121 फीट ऊंचा पुतला दहन किया गया. परेड ग्राउंड में रावण के साथ ही कुंभकर्ण और मेघनाद के 70 एवं 75 फीट ऊंचे पुतले भी जलाए गए. कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों के साथ राज्य के Chief Minister पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए.

इस दौरान Chief Minister धामी ने कहा कि विजयादशमी अधर्म पर धर्म और अन्याय पर न्याय की जीत का पर्व है. रावण बुराइयों का प्रतीक था. हमारे समाज में आज भी बुराइयों के तौर पर रावण मौजूद है. इसलिए हर साल इन बुराइयों का दहन किया जाता है. उन्होंने कहा कि हम सबको मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से सीख और प्रेरणा लेनी चाहिए. श्रीराम ने समाज को एक पुत्र, पिता, भाई के धर्म की शिक्षा दी है.

देहरादून के बन्नू स्कूल, पटेल नगर, और तमाम जगहों पर दशहरा पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दौरान Police ने सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए थे. परेड ग्राउंड में बैरिकेड लगाए गए थे. साथ ही वीवीआईपी और वीआईपी के लिए अलग से व्यवस्थाएं की गई थीं.

प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखना और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के सवाल पर गढ़वाल आईजी राजीव स्वरूप ने कहा कि फेस्टिवल सीजन चल रहा है और विजयदशमी का पर्व है. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग रावण दहन कार्यक्रम के दौरान एकत्र होते हैं. खासकर देहरादून के परेड ग्राउंड समेत तमाम जगहों पर दशहरा पर्व का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसको देखते हुए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पीएसी की चार कंपनी, थानों में मौजूद Police फोर्स, और बम डिस्पोजल एस्कॉर्ट को भी तैनात किया गया है ताकि बेहतर और सुरक्षित ढंग से सभी कार्यक्रम स्थलों को चेक कर लिया जाए.

मोहित/एबीएम