बिहार: मुख्यमंत्री अति पिछड़ा उद्यमी योजना से बदला शैलेश का जीवन, गरीबों के लिए बताया वरदान

पश्चिम चंपारण, 1 अक्टूबर . बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में Chief Minister अति पिछड़ा उद्यमी योजना ने अति पिछड़े समुदाय के युवाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए द्वार खोले हैं.

इस योजना के तहत छोटे-छोटे उद्यम शुरू करने वाले युवा न केवल अपने सपनों को साकार कर रहे हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं. यह योजना सामाजिक और आर्थिक बदलाव का एक मजबूत आधार बन रही है, जो स्थानीय स्तर पर विकास को गति दे रही है.

साल 2022 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य अति पिछड़े वर्ग के लोगों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करना और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है. इसके तहत लाभार्थियों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है, ताकि वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक स्थापित और संचालित कर सकें.

बगहा के शैलेश कुमार इस योजना को गरीबों के लिए वरदान बताया. उन्होंने बताया, “Chief Minister अति पिछड़ा उद्यमी योजना ने मेरे जीवन को बदल दिया. इस योजना के तहत मिली सहायता से मेरा व्यवसाय सुचारू रूप से चल रहा है. मैंने चार लोगों को रोजगार दिया है और हम सभी मिलकर अच्छा कमा रहे हैं.”

शैलेश ने कहा, “मैं Government का दिल से आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने ऐसी योजना शुरू की, जिसने न केवल मुझे आत्मनिर्भर बनाया बल्कि मेरे साथ काम करने वालों के लिए भी रोजगार के अवसर खोले.”

अति पिछड़े वर्ग के लोग पहले आर्थिक तंगी और अवसरों की कमी से जूझ रहे थे, अब Government की इस योजना का लाभ उठाकर आत्मविश्वास के साथ अपने व्यवसाय चला रहे हैं. Government की इस पहल ने न केवल बगहा, बल्कि पूरे बिहार में अति पिछड़े समुदाय के बीच एक नई आशा जगाई है. बगहा जैसे क्षेत्रों में इस तरह की पहल ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की है, जहां रोजगार के अवसर सीमित हैं.

यह योजना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर लाभकारी सिद्ध हो रही है, बल्कि सामुदायिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. लाभार्थियों द्वारा शुरू किए गए उद्यमों ने न केवल उनकी आय में वृद्धि की है, बल्कि अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के नए रास्ते खोले हैं.

एकेएस/डीएससी