सिर कटाना पड़े तो सिर भी कटाएंगे, छात्र हमारे देश का भविष्य : उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी

देहरादून, 1 अक्टूबर . उत्तराखंड के Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने बयान दिया है कि अगर छात्रों के लिए सिर कटाना पड़े तो सिर भी कटा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर बच्चों के भविष्य की बात है तो वह झुकना तो दूर, सर कटाने को भी तैयार हैं.

Chief Minister धामी ने कहा, “गर्मी में हमारे बेटे-बेटियां धरने पर बैठे थे और मांग कर रहे थे. कुछ लोगों को जरूर लगता होगा कि मैं वहां क्यों चला गया, क्या मैं झुक गया? लेकिन मुझे लगता है कि बच्चों के लिए झुकना क्या, अगर उनके लिए सिर कटाना पड़े तो सिर भी कटाएंगे. वे हमारे देश का भविष्य हैं.”

उन्होंने कहा कि गैप के कारण संवाद ठीक तरीके से नहीं हो पा रहा था, इसलिए मौके पर जाकर खुद संवाद स्थापित किया.

Chief Minister पुष्कर सिंह धामी Wednesday को ‘वृद्धजन दिवस’ के अवसर पर देहरादून के हिमालयन कल्चरल सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर Chief Minister ने कहा कि Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में बुजुर्गों के कल्याण और देखभाल के लिए अनेक योजनाएं चल रही हैं. उनके स्वास्थ्य से लेकर उनके समग्र कल्याण और उनके इलाज का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.

Chief Minister धामी ने बताया कि उत्तराखंड के रुद्रपुर और देहरादून में आधुनिक वृद्धाश्रम बनाए जा रहे हैं. राज्य के हर जिले में हम वृद्धाश्रम बना रहे हैं.

मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं. इस साल राज्य में सभी बुजुर्गों को मानव संसाधन के लिए कमी न पड़े, इसके लिए 150 से ज्यादा मास्टर ट्रेनर हर जिले में प्रशस्त करने का लक्ष्य रखा है, ताकि समय पर बुजुर्गों की देखभाल हो पाए.

सीएम धामी ने बताया कि बुजुर्गों की मोतियाबिंद की बीमारी को लेकर Government ने लक्ष्य रखा है कि इस बार 1300 लोगों का ऑपरेशन कराया जाएगा. इसके अलावा, बुजुर्गों के लिए अन्य व्यवस्थाएं भी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “मैं आशीर्वाद चाहता हूं. हमारे बुजुर्ग हमारी संस्कृति और मूल्यों के रक्षक और जीवंत वाहक हैं. हमारी Government वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत बुजुर्गों को 1,500 रुपये मासिक पेंशन प्रदान कर रही है.”

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह पर Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 100 वर्षों की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यात्रा देश के वैभव को आगे बढ़ाने वाली रही है. राष्ट्रवाद व समाज का निर्माण करना हो या कोई आपदा की स्थिति हो, संघ का हर दृष्टि से वैभव काल रहा है. पूरे देश में अनेक कार्यक्रम हो रहे हैं, यह हम सबके लिए अनुकरणीय है.

डीसीएच/