वाशिंगटन, 1 अक्टूबर . अमेरिका में शटडाउन लागू हो गया. इसकी वजह से अमेरिका में Governmentी कामकाज ठप हो गया. सालों बाद अमेरिका में फिर से यह Governmentी शटडाउन हुआ है. दरअसल, अमेरिका के President डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनट में अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं करा पाई.
अमेरिकी President को सीनेट से इस बिल को पास कराने के लिए 100 सदस्यों वाले सीनेट में 60 वोटों की दरकार थी. रिपब्लिकन पार्टी के पास भले ही सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स, दोनों का नियंत्रण है, पर फंड बिल पास करने के लिए उनके पास सात वोट कम हैं.
अगर इस बिल को पास कराना था, तो उसके लिए अमेरिकी President को डेमोक्रेट सांसदों के वोट की भी जरूरत थी. हालांकि, डेमोक्रेट्स पार्टी ने उनके समर्थन में वोट नहीं दिया.
डेमोक्रेटिक नेताओं ने Monday को अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए. मुलाकात के कुछ घंटों बाद, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक एआई-जनरेटेड वीडियो शेयर किया, जिसमें सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीज और सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर का मजाक उड़ाया गया.
अमेरिकी President ट्रंप ने Tuesday को डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाना जारी रखा और कहा कि उन्होंने “उन्हें जरा भी झुकते नहीं देखा.”
शटडाउन के दौरान उन्होंने संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की भी धमकी दी. President ट्रंप ने कहा, “जब आप इसे बंद करते हैं, तो आपको छंटनी करनी पड़ती है, हम बहुत से लोगों को नौकरी से निकाल देंगे.”
बता दें, डेमोक्रेट इस साल की शुरुआत में पारित हुए “बिग ब्यूटीफुल बिल” में स्वास्थ्य सेवा में कटौती को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
बता दें, रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोक्रेट्स की मांगों से असहमति जताते हुए 21 नवंबर तक फंडिंग बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि, रिपब्लिकन सीनेट और प्रतिनिधि सभा दोनों पर कंट्रोल रखते हैं, लेकिन फिर भी सीनेट में उनके पास सात वोट कम हैं.
इससे पहले अमेरिका में शटडाउन ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुआ था और 35 दिनों तक चला था – जो इतिहास में सबसे लंबा था.
सीमा सुरक्षा, कानून प्रवर्तन और हवाई यातायात नियंत्रण जैसी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी, जबकि खाद्य सहायता कार्यक्रम, Governmentी वित्त पोषित प्री-स्कूल, खाद्य निरीक्षक और राष्ट्रीय उद्यानों में संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
यदि शटडाउन लंबे समय तक जारी रहता है, तो हवाई यात्रा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि उनमें से कई कर्मचारियों को बिना वेतन के काम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और वे ड्यूटी पर रिपोर्ट नहीं कर पाएंगे.
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कनक/एएस