भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति: मलूक नागर

New Delhi, 30 सितंबर . भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के विकास में अहम योगदान देने वाले विजय कुमार मल्होत्रा का निधन हो गया. राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के नेता मलूक नागर ने कहा कि उनका जाना देश के लिए एक बड़ी क्षति है.

राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के नेता मलूक नागर ने से बातचीत करते हुए कहा, “विजय कुमार मल्होत्रा का बहुत बड़ा योगदान है. आज जहां भी एनडीए की Government है या भाजपा की Government है, वहां उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है. भाजपा के शुरुआती दौर में उनका बहुत बड़ा योगदान था. वे एक महान नेता थे और उनका जाना देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है.

Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर टिप्पणी करते हुए मलूक नागर ने कहा, “मैं तो यही कहूंगा कि जो तथाकथित इंडिया गठबंधन के लोग हैं, जिसमें कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है और कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी हैं, उन्हें यह देखना चाहिए कि जब सामने स्पष्ट रूप से चुनाव दिख रहा है और वे विदेश चले गए हैं तो उन्हें आपस में पूछना चाहिए. मैं इस पर कुछ नहीं बोल सकता हूं.”

सीपीआई के महासचिव डी राजा के नक्सलवाद पर बयान पर मालूक नागर ने कहा, “कई राज्यों में Naxalite घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं और उनको नियंत्रित करने के लिए Government उपाय निकालती है, पहले बातचीत और समाधान के जरिए, और अगर वे अपराध करते रहते हैं तो सख्त कार्रवाई से. अगर ये कथित ‘इंडिया’ गठबंधन की पार्टियां इस पर भी सवाल उठाती हैं तो वे आखिर क्या चाहती हैं? क्या वे चाहती हैं कि पूरा देश एक बार फिर Naxalite हिंसा की आग में जल जाए जैसा पहले था? वो क्या चाहते हैं हमको समझ में ही नहीं आता है.”

Haryana कांग्रेस में अंतर्कलह के सवाल पर आरएलडी नेता मलूक नागर ने कहा, “कांग्रेस में अंतर्कलह हो नहीं सकती है, बल्कि अंतर्कलह है. कांग्रेस में जी-23 समूह, जिसमें पार्टी के बड़े-बड़े नेता शामिल हैं, जो कांग्रेस को जिंदा करना चाहते थे, कांग्रेस की वापसी करना चाहते थे, किसी भी वजह से, कांग्रेस असुरक्षित होकर अपने कुछ नेताओं को मुख्यधारा में लाने से बचती थी. वे पूरी तरह अलग-थलग थे. इसमें कई बड़े नेता शामिल थे. हर प्रदेश में ये आपस में लड़ते हैं. बीते दिन केजरीवाल ने फिर राहुल गांधी पर आरोप लगा दिया कि लद्दाख के मसले पर वह बोलें. यह सभी आपस में ही लड़ रहे हैं.”

एसएके/डीकेपी