आजम खान अब कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं : विधायक आकाश कुमार सक्सेना

रामपुर, 30 सितंबर . विधायक आकाश कुमार सक्सेना ने Samajwadi Party के नेता आजम खान के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरे खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे फर्जी हैं.

समाचार एजेंसी से बातचीत में विधायक आकाश कुमार सक्सेना ने कहा कि आजम खान के खिलाफ मुकदमे फर्जी हैं या नहीं, इस बात का फैसला कोर्ट कर चुका है. लेकिन, जिस तरह का बयान आजम खान दे रहे हैं, उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि वे कोर्ट की अवमानना करने पर उतारू हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. अब अगर आपको किसी बात को लेकर आपत्ति है, तो आप उसे लेकर ऊपर की अदालत में जाइए. हमें कोई आपत्ति नहीं है. ऊपरी अदालत की तरफ से जो भी आदेश दिया जाएगा, वो हम सभी लोगों को स्वीकार्य होगा. लेकिन, एक ऐसे व्यक्ति को जिसे कानून की बहुत अच्छी समझ हो, उसके लिए इस प्रकार की टिप्पणी करना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है.

उन्होंने कहा कि आजम खान का दिल इस बात को भलीभांति जानता है कि ये मुकदमे फर्जी हैं या नहीं. क्या उनके बेटे के दो जन्म प्रमाणपत्र किसी Government ने बनाए थे? ये प्रमाणपत्र आजम खान और उनकी पत्नी के शपथ पत्र के आधार पर ही बनाए गए. एक Lucknow से बनता है और एक रामपुर से बनता है. ये बात पूरी तरह से सच है कि दोनों ही प्रमाणपत्र फर्जी हैं. अब ये बात आजम खान को ही पता है कि कौन सा प्रमाणपत्र फर्जी है और कौन सा नहीं, वो भलीभांति इसके बारे में जानते होंगे. ऐसी स्थिति में उन्हें इन चीजों पर बहुत ही सोच समझकर बोलना चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि आजम खान अंदर रहें या बाहर, मामला कोर्ट में विचाराधीन है. कोर्ट की तरफ से जो भी फैसला लिया जाता है, उसे हम सभी लोगों को स्वीकार करना होगा.

इसके अलावा, आजम खान के किसी पार्टी में शामिल होने पर विधायक आकाश कुमार सक्सेना ने कहा कि एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है. वे जहां कहीं भी जाएंगे निश्चित तौर पर पूरे Political परिवेश को दूषित कर देंगे. अब मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि उन्हें अपनी पार्टी में बुला कौन रहा है. अब तक तो कोई सामने नहीं आया है जिसने खुलकर यह बात कही हो कि हम चाहते हैं कि आजम खान हमारी पार्टी में शामिल हो जाएं. आज की तारीख में राजनीति में हर कोई उनके बारे में जान चुका है कि उनकी असलियत क्या है.

उन्होंने कहा कि रामपुर में जिस तरह से मुस्लिमों का उत्पीड़न हुआ है, वो किसी से छुपा नहीं है. मैं तो चाहता हूं कि पत्रकारों की टीम यहां पर आए और देखे कि कैसे पत्रकारों का उत्पीड़न किया गया. रामपुर में विशेष रूप से मुस्लिमों पर अत्याचार किया गया है. अगर हम इस विषय की गहराई में जाएंगे, तो दिल पसीज जाएगा.

एसएचके/जीकेटी