जालंधर: डीजीपी गौरव यादव ने की अपराध और ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा

जालंधर, 29 सितंबर . पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने Monday को जालंधर पहुंचकर अपराध और ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा के लिए वरिष्ठ Police अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल और Police कमिश्नर धनप्रीत कौर भी मौजूद रहीं.

बैठक में होशियारपुर, कपूरथला और नवांशहर के Police अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने नशे, हथियारों की तस्करी और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कई अहम खुलासे किए.

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब Police और बीएसएफ के संयुक्त अभियानों के तहत नशे की तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है. बाढ़ के दौरान नशे की बड़ी खेपों को बरामद किया गया. सीमावर्ती क्षेत्रों में नशे और छोटे हथियारों की तस्करी रोकने के लिए Police, बीएसएफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठकें आयोजित की गई हैं.

उन्होंने बताया कि Police ने अब तक बड़ी मात्रा में हेरोइन बरामद की है और इस दिशा में सतर्कता बरती जा रही है.

डीजीपी गौरव यादव ने एक नई मोबाइल ऐप लॉन्च करने की घोषणा की, जिसके जरिए लोग नशे या अपराधियों से संबंधित जानकारी गुप्त रूप से Police के साथ साझा कर सकेंगे.

उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी. यह ऐप नशे और अपराध के खिलाफ लड़ाई में जनता की भागीदारी बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगी.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने खुलासा किया कि Pakistan की आईएसआई पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रही है. हेरोइन और छोटे हथियार ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हैं, जिनका उपयोग आपराधिक गतिविधियों के लिए हो रहा है. हालांकि, एंटी-ड्रोन सिस्टम की मदद से इन साजिशों को काफी हद तक नाकाम किया गया है.

डीजीपी गौरव यादव ने फिरौती कॉल्स पर भी चिंता जताई और कहा कि ये कॉल ज्यादातर स्थानीय अपराधियों द्वारा की जा रही हैं. उन्होंने लोगों से ऐसी कॉल्स की तत्काल सूचना Police को देने की अपील की.

समीक्षा के दौरान डीजीपी ने बताया कि पंजाब में शांति भंग करने वाले 26 धमाकों के मामलों को Police ने ट्रेस कर लिया है. अब तक 20,400 First Information Report दर्ज की गईं और 1,342 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई.

ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जालंधर में 1,100 से अधिक हाईटेक cctv कैमरे लगाए गए हैं. इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के जरिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग शुरू की गई है, जो ट्रैफिक प्रबंधन के साथ-साथ आपराधिक गतिविधियों पर नकेल कसेगी.

इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम के पहले चरण में 13 स्थानों पर कैमरे स्थापित किए गए हैं. डीजीपी ने कहा कि पंजाब Police पूरी तरह सतर्क है और प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

एकेएस/डीएससी