jaipur, 29 सितंबर . Rajasthan के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने Sunday देर रात बीकानेर के कोलायत इलाके में दो उर्वरक फैक्ट्रियों पर छापा मारा. इस दौरान 64 हजार बोरी नकली उर्वरक जब्त किया गया और दोनों यूनिट को सील करने का आदेश दिया.
उन्होंने इस ऑपरेशन को उर्वरक में मिलावट के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो किसानों की जमीन को नुकसान पहुंचा रहा है और उन्हें धोखा दे रहा है.
अधिकारियों के अनुसार, जब्त की गई खाद को मिट्टी में मिलाकर Rajasthan के कई जिलों के साथ-साथ नेपाल में भी सप्लाई किया गया था.
छापेमारी के बाद मंत्री ने कहा कि इस तरह की मिलावट से उपजाऊ जमीन बंजर हो रही है. यह किसानों के खिलाफ एक साजिश के अलावा और कुछ नहीं है.
Sunday को लगभग 10 बजे छापेमारी शुरू हुई, जब मंत्री मीण नांगल बाईपास पहुंचे और उन्होंने अन्य अधिकारियों के साथ कृषि के संयुक्त निदेशक, मदन लाल को फोन किया.
टीम ने सबसे पहले गजनेर Police स्टेशन क्षेत्र के गंगपुरा गांव में एक फैक्ट्री पर छापा मारा, जहां से 24 हजार नकली खाद के बैग बरामद किए गए. बाद में टीम कोलायत के संखला फांटा से तीन किलोमीटर दूर दूसरी फैक्ट्री में गई, जहां से 40 हजार बैग बरामद हुए.
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने Monday को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि Government नकली खाद और बीज के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में Sunday रात बीकानेर के गजनेर, गंगापुर में भारी मात्रा में नकली डीएपी खाद पकड़ी गई. सूचना के आधार पर हमने 64 हजार बैग नकली डीएपी खाद जब्त की है. यह किसानों और उपभोक्ताओं के साथ धोखा है, जिससे फसलें खराब हो रही हैं. हमारी जांच लगातार जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारी कार्रवाई से किसान खुश हैं, लेकिन कुछ व्यापारी नाराज हैं. इस मामले में अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका है. किशनगढ़ में हमने 11 अधिकारियों को निलंबित किया था. नकली खाद और बीज के कारोबार में तीन बड़े माफिया शामिल हैं, जिनमें से दो Gujarat के और एक Rajasthan का है. एक माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई, लेकिन उसने कोर्ट से स्टे ले लिया. फिर भी, सभी दोषियों के खिलाफ First Information Report दर्ज की गई है.
खाद के स्टॉक के साथ-साथ दस्तावेजों और कंपनी के रिकॉर्ड को भी आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया.
यह पहली बार नहीं है जब मंत्री मीणा ने अचानक निरीक्षण किया हो. जुलाई में उन्होंने बीकानेर के भीछवाल में गोदामों पर छापा मारा था, जहां मिलावटी उर्वरक पाया गया था.
बीकानेर में छापेमारी से एक दिन पहले, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने श्रीगंगानगर में कार्रवाई की थी.
इसी तरह, 25 सितंबर को अलवर के उमरैन इलाके में एक खाद की दुकान पर छापा मारा, क्योंकि किसानों ने शिकायत की थी कि उनसे ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं. जांच में पाया गया कि दुकानदार दो बोरी खाद के लिए किसानों से 950 रुपए अतिरिक्त ले रहा था.
28 सितंबर को मंत्री ने श्रीगंगानगर के रावल और घड़साना बाजारों का दौरा किया. वहां नकली बीज और खाद पकड़े गए. बीज कंपनियों के रिकॉर्ड में भी गड़बड़ी मिली, जिसके बाद उनकी बिक्री पर तुरंत रोक लगा दी गई.
बीकानेर में दो फैक्ट्रियों को सील करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. संयुक्त निदेशक मदन लाल ने बताया कि सभी रिकॉर्ड जमा किए जा रहे हैं और उनकी जांच की जाएगी. यह कार्रवाई Monday तक पूरी हो जाएगी.
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पीएसके