चेन्नई, 28 सितंबर . तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने Sunday को करूर रैली में हुई भगदड़ की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की. इस भगदड़ में 40 लोग मारे गए थे.
उन्होंने राज्य Police और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर चूक का आरोप लगाया.
प्रभावित परिवारों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए के. अन्नामलाई ने कहा कि बेहतर योजना और सुरक्षा तैनाती से इस त्रासदी को टाला जा सकता था.
उन्होंने कहा, “यह (टीवीके प्रमुख) विजय की गलती नहीं है. भीड़ का अनुमान लगाना और पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात करना राज्य Police और खुफिया विभाग का काम है. सात घंटे के कार्यक्रम की अनुमति क्यों दी गई? दो घंटे ही काफी होते. राज्य Government Chief Minister द्वारा चुने गए पूर्व न्यायाधीश के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग चाहती है. यह कैसे उचित हो सकता है?”
के. अन्नामलाई ने कहा कि यह स्थल बड़ी सभा के लिए अनुपयुक्त है, क्योंकि इसकी क्षमता सीमित है तथा निकास मार्ग भी छोटा है.
उन्होंने कहा, “यह जगह 5,000 लोगों को भी नहीं संभाल सकती. राज्य Police का दावा है कि 500 जवान तैनात किए गए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर 100 से भी कम जवान थे. स्थानीय प्रशासन बुरी तरह विफल रहा. राज्य Government को इस विफलता की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
करूर भाजपा इकाई की ओर से के. अन्नामलाई ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की.
उन्होंने Actor से राजनेता बने विजय और उनकी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) से भविष्य की सार्वजनिक बैठकों की योजना बनाने में अधिक जिम्मेदार होने का आग्रह किया.
खराब सुरक्षा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए तमिलनाडु के अतिरिक्त Police महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एस. डेविडसन देवसिरवथम ने कहा कि यह त्रासदी खुफिया विफलता के कारण नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि Police ने सुरक्षा चिंताओं के कारण टीवीके के प्रारंभिक स्थल प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था और अंततः उस स्थल को मंजूरी दे दी, क्योंकि वहां पहले भी 15,000 लोगों की उपस्थिति वाले कार्यक्रम शांतिपूर्वक आयोजित किए जा चुके थे.
एडीजीपी ने संवाददाताओं से कहा, “वहां पर्याप्त स्ट्रीट लाइटें और सुरक्षा व्यवस्था थी. भीड़ प्रबंधन की कुछ शर्तों का उल्लंघन किया गया और मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच से जिम्मेदारी का पता चलेगा.”
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एकेएस/डीकेपी