जीएसटी में सुधार आर्थिक परिवर्तन का बना आधार, आमजन को मिलेगा लाभ : मनोहर लाल खट्टर

करनाल, 28 सितंबर . Union Minister मनोहर लाल खट्टर ने Sunday को करनाल में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और व्यापारियों, दुकानदारों व सिख समुदाय के साथ महत्वपूर्ण चर्चाएं कीं.

Union Minister मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रम की शुरुआत विभिन्न जनसभाओं से हुई, जिसके बाद उन्होंने व्यापारियों के साथ GST पर विस्तृत बातचीत की. इस दौरान GST अधिकारियों ने भी व्यापारियों के सवालों का जवाब दिया.

मनोहर लाल खट्टर ने GST सुधारों को आर्थिक परिवर्तन का आधार बताते हुए कहा कि 2017 में लागू होने के बाद से GST ने देश की अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाया है. पहले कई तरह के टैक्स लागू थे, लेकिन GST के लागू होने से कर प्रणाली सरल हुई और राजस्व में तीन गुना वृद्धि हुई. रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ी, जिससे Government को लोगों को राहत देने में मदद मिली. पहले चार टैक्स स्लैब थे, जो अब घटकर दो स्लैब 5 और 18 प्रतिशत किए गए हैं. इससे देशवासियों की लगभग 2 करोड़ रुपए की बचत होगी, जिससे मांग और खपत बढ़ेगी. इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा.

उन्होंने आगे कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था 11वें स्थान से चौथे स्थान पर पहुंच गई है. अब जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर आने का लक्ष्य है. इसके बाद केवल अमेरिका और चीन आगे रह जाएंगे. उन्होंने महंगाई में कमी और आयकर में दी गई छूट का जिक्र करते हुए कहा कि Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में एक और आर्थिक सुधार की घोषणा जल्द होगी, जिसका लाभ जनता को मिलेगा.

उन्होंने विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि जब GST लागू हुआ तो इसे ‘गबर सिंह टैक्स’ कहा गया, लेकिन अब वही विपक्ष स्लैब कम करने की बात करता है. हिसाब-किताब के बाद ही सुधार संभव हैं, भविष्य में और बदलाव हो सकते हैं.

सिख सम्मेलन में मनोहर लाल ने सिख समाज की वीरता और देश सेवा की सराहना की. उन्होंने कहा कि करनाल और आसपास के क्षेत्रों से आए सिख समुदाय ने 16-17 मांगें रखीं, जिनमें केंद्र और राज्य से संबंधित मुद्दे शामिल हैं. इन पर विचार किया जाएगा.

कुरुक्षेत्र में गृह मंत्री अमित शाह के दौरे पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि अमित शाह देशभर में प्रवास कर रहे हैं और इसी कड़ी में वे Haryana आने वाले हैं. इस दौरान अमित शाह कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करेंगे.

एकेएस/डीकेपी