पंजाब: मोगा पुलिस ने दो नशा तस्करों को किया गिरफ्तार, तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेजा

मोगा, 28 सितंबर . पंजाब में मोगा जिले की Police ने एक विशेष मुखबिर की सूचना के आधार पर नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. Police ने दो तस्करों को 470 ग्राम हेरोइन और दो मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में Police ने आरोपियों की कार भी जब्त की है.

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान सुखजीत सिंह उर्फ सुख और गुरमीत सिंह, दोनों निवासी तरनतारन के रूप में हुई है.

डीएसपी धर्मकोट रमनदीप सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि Saturday रात करीब 11 बजे Police को गश्त के दौरान एक विशेष सूचना मिली थी. सूचना के अनुसार, दो युवक अपनी कार (नंबर पीबी-65 एएच 9704) में हेरोइन लेकर बूगीपुरा चौक की ओर आ रहे थे. इस सूचना पर Police ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बूगीपुरा चौक पर नाकाबंदी की और संदिग्ध कार को रोककर तलाशी ली.

तलाशी के दौरान कार से 470 ग्राम हेरोइन, एक आईफोन और एक ओप्पो मोबाइल फोन बरामद किया गया. डीएसपी रमनदीप सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना मेहणा में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. दोनों आरोपियों को मोगा की स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की Police रिमांड में भेज दिया गया. Police रिमांड के दौरान आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इस नशा तस्करी के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा सके.

Police की जानकारी के मुताबिक, सुखजीत सिंह और गुरमीत सिंह लंबे समय से नशा तस्करी में संलिप्त थे और तरनतारन से मोगा तक हेरोइन की सप्लाई कर रहे थे. Police इस मामले में नशा तस्करी के बड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए और गहराई से जांच कर रही है.

डीएसपी रमनदीप सिंह ने कहा, “हम नशा तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं. इस तरह की कार्रवाइयों से नशे के सौदागरों में डर पैदा होगा और हम समाज को नशा मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे.” यह कार्रवाई मोगा Police की नशा तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है. स्थानीय लोगों ने Police की इस कार्रवाई की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी.

Police ने जनता से अपील की है कि नशा तस्करी से संबंधित किसी भी जानकारी को तुरंत Police के साथ साझा करें ताकि इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म किया जा सके.

एकेएस/डीकेपी