वीजा सिस्टम में सुधार के लिए दक्षिण कोरिया-अमेरिका की नई पहल, इस हफ्ते लॉन्च हो सकता है वर्किंग ग्रुप

सियोल, 28 सितंबर . दक्षिण कोरिया और अमेरिका साथ मिलकर कोरियाई कामगारों के लिए वीजा प्रणाली में सुधार के लिए इस हफ्ते एक कार्य समूह का गठन करेंगे. इस बात की जानकारी राजनयिक सूत्रों ने दी. हाल ही में अमेरिका के जॉर्जिया में हुंडई प्लांट पर इमिग्रेशन एनफोर्समेंट ऑपरेशन के तहत छापेमारी की थी. छापेमारी के बाद करीब 475 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 300 दक्षिण कोरिया के रहने वाले हैं.

सूत्रों ने बताया कि जॉर्जिया में दक्षिण कोरियाई कामगारों पर छापे के कुछ हफ्ते बाद, दोनों देश Tuesday (स्थानीय समय) को वाशिंगटन में कार्य समूह की पहली बैठक करेंगे.

जॉर्जिया में हुंडई प्लांट पर सितंबर की शुरुआत में हुई इस छापेमारी के बाद दक्षिण कोरियाई कामगारों को वीजा नियमों के स्पष्ट उल्लंघन के आरोप में एक हफ्ते तक हिरासत में रखा गया. योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राजनयिक बातचीत के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.

सूत्रों ने बताया कि सियोल के विदेश मंत्रालय और अमेरिकी विदेश विभाग इस कार्य समूह का नेतृत्व करेंगे. माना जा रहा है कि अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग और वाणिज्य विभाग भी इस समूह में भाग ले सकते हैं.

ऐसे समय में जब कोरियाई कंपनियां अमेरिका में बड़ी विनिर्माण परियोजनाएं चला रही हैं, दोनों देशों के बीच दक्षिण कोरियाई श्रमिकों के लिए अमेरिकी वीजा प्रणाली को बेहतर बनाने पर चर्चा होने की व्यापक संभावना है.

बता दें, हिरासत में लिए गए कई लोग बी1 वीजा पर अमेरिका आए थे, जो व्यावसायिक उद्देश्यों, जैसे बैठकों में भाग लेने या अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने, या अल्पकालिक प्रवास के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम फॉर ट्रैवल ऑथराइजेशन (ईएसटीए) वीजा छूट कार्यक्रम के तहत जारी किया गया था.

दोनों देशों के बीच बी1 वीजा को हल्के तरीके से लागू करने पर चर्चा होने की संभावना है. अगर बी1 वीजा के तहत व्यावसायिक उद्देश्यों का दायरा स्पष्ट हो जाता है, तो अमेरिका मौजूदा वीजा प्रणाली में बदलाव किए बिना दक्षिण कोरियाई व्यापारियों की कठिनाइयों का तुरंत समाधान कर सकता है.

सूत्रों के अनुसार, अमेरिका में निवेश करने वाले कोरियाई लोगों के लिए अमेरिका स्थित दक्षिण कोरियाई दूतावास में एक अलग वीजा डेस्क स्थापित करने की संभावना पर विचार किया जा सकता है. चर्चा यह भी थी कि इन सभी लोगों को इन सभी श्रमिकों को वापस कोरिया भेज दिया जाएगा.

अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर की थी. प्रतिभाशाली लोगों को कानूनी तरीके से अमेरिका आने को लेकर उन्होंने social media प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर लिखा कि आपके निवेश का स्वागत है, और हम विश्वस्तरीय उत्पाद बनाने के लिए अपने बेहद कुशल और तकनीकी रूप से प्रतिभाशाली लोगों को कानूनी तौर पर लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और हम इसे आपके लिए शीघ्र और कानूनी रूप से संभव बना देंगे. बदले में हम आपसे यही मांग करते हैं कि आप अमेरिकी कर्मचारियों को नियुक्त करें और प्रशिक्षित करें. हम सब मिलकर अपने देश को न केवल उत्पादक बनाने के लिए, बल्कि पहले से कहीं अधिक एकजुट बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!

कनक/एएस