देवेंद्र फडणवीस को हिदायत देने का उद्धव ठाकरे को कोई हक नहीं : भाजपा नेता रामकदम

Mumbai , 27 सितंबर . भाजपा नेता रामकदम ने Saturday को शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि उद्धव ठाकरे को कोई हक नहीं है कि वे हमारे Chief Minister देवेंद्र फडणवीस को हिदायत दें. देवेंद्र फडणवीस Government हर व्यक्ति के हितों को विशेष प्राथमिकता देती है.

उन्होंने स्पष्ट किया कि देवेंद्र फडणवीस की Government हमेशा से ही किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही है और हमेशा उनके बारे में सोचा है. लिहाजा, मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि किसानों को हमारे रहते हुए घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

उन्होंने कहा कि Maharashtra की जनता उस दिन को नहीं भूल सकती है जब कोविड काल में उद्धव ठाकरे अपने बंगले में बैठकर बिरयानी खा रहे थे. अब ऐसे लोग हमें नसीहत न ही दें तो बेहतर रहेगा. ऐसे लोगों के सुझावों की हमें कोई जरूरत नहीं है. हमारी Government हमेशा से ही जनता के हितों को तवज्जो देती आई है और आगे भी देती रहेगी. लोगों के हितों के साथ हमारी Government किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकती.

उन्होंने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि वह बहुत ‘किसान-किसान’ कर रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि उन्होंने अब तक किसानों को कौन-कौन सी सहायता प्रदान की है, जरा खुलकर बताएंगे. सच्चाई तो यह है कि इन लोगों ने आज तक किसानों के लिए कुछ नहीं किया.

भाजपा विधायक ने कहा कि उद्धव ठाकरे इस बात को भलीभांति समझ लें कि इस Government को उनके सुझाव की कोई आवश्यकता नहीं है. हमारी Government किसानों के साथ हमेशा खड़ी थी और आगे भी खड़ी रहेगी. किसानों के हितों के साथ कोई खिलवाड़ हमें स्वीकार्य नहीं है.

भाजपा नेता रामकदम ने संयुक्त राष्ट्र में Pakistanी Prime Minister की ओर से आतंकवाद के संबंध में दिए बयान को उनके डर की उपज करार दिया. उन्होंने कहा कि आज की तारीख में हमारा India बदल रहा है. इसकी सामरिक शक्ति मजबूत हो रही है. यह उसी का नतीजा है कि आज की तारीख में Pakistan के Prime Minister शहबाज शरीफ इस तरह का बयान देने पर मजबूर हो चुके हैं. यह कांग्रेस की Government नहीं है कि कोई भी आतंकवादी आकर यहां कुछ भी कर जाए और हम हाथ पर हाध धरकर बैठे रहेंगे.

उन्होंने कहा कि जब देश में कांग्रेस की Government थी तो 26 /11 के हमले के बाद सेना तत्कालीन Government से Pakistan के खिलाफ मोर्चा खोलने की मंजूरी मांग रही थी, लेकिन अफसोस उन्हें यह मंजूरी नहीं दी गई, लेकिन आज Prime Minister मोदी की Government है, जो आतंकवादियों को घर में घुसकर मारने पर विश्वास रखती है.

एसएचके/वीसी