कराची, 25 सितंबर . कराची में तीन ट्रांसजेंडर की नृशंस हत्या के विरोध में ट्रांसजेंडर समुदाय और सिविल सोसाइटी के सदस्य सड़क पर उतर आए हैं. स्थानीय मीडिया ने Thursday को बताया कि न्याय की मांग करते हुए, उन्होंने स्पष्ट किया है कि हत्यारों की गिरफ्तारी होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
Pakistan के द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, एक विरोध प्रदर्शन कराची प्रेस क्लब के बाहर ‘ख्वाजा सिरा समुदाय के लिए न्याय’ के बैनर तले आयोजित किया गया था. चांदनी शाह, सारा गुल, एडवोकेट निशा राव, कामी चौधरी और बंदिया राणा सहित ट्रांसजेंडर नेताओं और अवामी वर्कर्स पार्टी के समर्थकों ने इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. प्रदर्शनकारियों ने संघीय और प्रांतीय Governmentों से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हत्या के दोषियों को सजा दिलाने का अनुरोध किया.
जीआईए की अध्यक्ष बंदिया राणा ने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय अपनी शिकायतों को उजागर करने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर लोगों की टारगेट किलिंग जारी है और बताया कि हाल ही में हुई हत्याओं को लेकर हैदराबाद और सुक्कुर में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. राणा ने कहा कि कई ट्रांसजेंडर बेरोजगार हैं और Governmentी नौकरियों से वंचित हैं, जिससे कुछ लोग जीविका के लिए भीख मांगने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय को बुनियादी चीजें नहीं मिल पा रही हैं और कुछ तत्वों द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार के कारण उन्हें और भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
पिछले महीने, Pakistan के ट्रांसजेंडर समुदाय ने देश में, खासकर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, बढ़ते हिंसक हमलों के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. ट्रांस एक्शन अलायंस की अध्यक्ष फरजाना रियाज और मंजिल फाउंडेशन की कार्यकारी निदेशक आरजू खान ने मर्दान प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और कहा कि Police समुदाय की सुरक्षा करने में असमर्थ रही है.
प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, फरजाना ने कहा कि 2015 से खैबर पख्तूनख्वा में 158 ट्रांसजेंडर लोगों की हत्या हो चुकी है और अब तक एक भी मामले में न्याय नहीं मिला है. Pakistan के प्रमुख दैनिक डॉन ने फरजाना के हवाले से कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय पर गोलीबारी आम बात हो गई है क्योंकि Government उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है.
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केआर/