जीतू पटवारी का आरोप विचारणीय, सरकार को देना होगा स्पष्टीकरण: उदित राज

New Delhi, 24 सितंबर . कांग्रेस नेता उदित राज ने Wednesday को जीतू पटवारी के उस आरोप को विचारनीय बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र Government ने गो-मांस को GST के दायरे से बाहर रखा है.

उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि जीतू पटवारी का बयान विचारणीय है. इस पर केंद्र Government को विचार करना चाहिए और इस संबंध में संतोषजनक जवाब देना चाहिए. गो-मांस पर GST क्यों नहीं लगाई जा रही है? Government को इस संबंध में स्पष्टीकरण देना चाहिए. मैं समझता हूं कि जीतू पटवारी ने बिल्कुल सही सवाल उठाया है.

इसके अलावा, उन्होंने Samajwadi Party के प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर प्रदेश में हमारी Government बनी, तो निश्चित तौर पर आजम खान पर लगे सभी मुकदमों को वापस लिया जाएगा.

उदित राज ने कहा कि मैं आजम खान के बयान का समर्थन करता हूं. आजम खान पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लिया जाना चाहिए. यह मुकदमे फर्जी हैं, जो सिर्फ उन्हें परेशान करने के मकसद से दर्ज किए गए. ऐसी स्थिति में जब Government बदलेगी, तो उन्हें न्याय जरूर मिलेगा.

साथ ही, उन्होंने अमेरिका को लेकर मौजूदा समय में केंद्र Government के रवैये पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच में भी कई मुद्दों को लेकर विवाद रहता है, तो चीन की तरफ से अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है. लेकिन, यह बात अपने आप समझ से परे है कि लगातार अमेरिका की ओर से मनमानी की जा रही है, मगर हमारी तरफ से उसे कोई माकूल जवाब नहीं दिया जा रहा है.

उन्होंने अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र करते हुए कहा कि कल तो इन्होंने हद ही कर दी. कल तो उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में India को लेकर बयान दिया. हमारी इंदिरा गांधी ने अमेरिका की धरती पर उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया था, तब पूरा अमेरिका देखता रह गया था.

इसके अलावा, उन्होंने ‘कांग्रेस वर्किंग’ कमेटी की बैठक पर कहा कि निश्चित तौर पर इसे बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जाना चाहिए. इससे किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. इस कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से हमारी पार्टी के कार्यकर्ता उत्साहित होंगे.

‘आई लव मोहम्मद’ प्रकरण पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है. जिस तरह से ‘जय श्री राम’ और ‘दुर्गा पूजा की जय’ बोलते हैं, ठीक उसी तरह से ‘आई लव मोहम्मद’ कहने में क्या आपत्ति है? अपने भगवान को सभी लोग याद करते हैं. इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. दूसरी बात, इस बात की भी आशंका है कि इसके हिंदू संगठन के कुछ लोग ऐसा करके हिंदू-मुस्लिम के बीच वैमनस्यता पैदा करने की कोशिश करें.

उन्होंने नवरात्रि के मौके पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग का खंडन किया और सवाल उठाया कि आखिर क्यों मीट की दुकानें बंद करनी चाहिए? जिसका मन करे, वो मीट खाए, और नहीं करे, तो ना खाए. इससे किसी दूसरे व्यक्ति को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

एसएचके/डीएससी