New Delhi, 23 सितंबर . Samajwadi Party (सपा) के सांसद रमाशंकर राजभर ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने GST, आजम खान की रिहाई, मीट शॉप विवाद और गरबा विवाद पर अपनी राय रखते हुए बीजेपी की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए.
रमाशंकर राजभर ने GST को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “GST किसने लगाया? पंडित नेहरू ने तो नहीं लगाया. आपने लगाया, आप ही घटाएंगे और जश्न भी आप ही मनाएंगे. 55 लाख करोड़ रुपए जनता से वसूले गए, इसे तो लूट महोत्सव कहना चाहिए. बीजेपी को इसके लिए प्रायश्चित करना चाहिए. बीजेपी की नीतियों ने देश को आठ साल पीछे धकेल दिया है.”
Samajwadi Party के वरिष्ठ नेता आजम खान की रिहाई पर उन्होंने खुशी जताते हुए कहा, “सत्य की जीत हुई है. Samajwadi Party का प्रत्येक कार्यकर्ता और उत्तर प्रदेश सहित देशभर के सपा समर्थक इस फैसले से खुश हैं. यह सपा की नैतिक जीत है.”
मीट शॉप विवाद पर रमाशंकर राजभर ने बीजेपी पर तर्कहीनता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “हम अपने धर्म को नहीं छोड़ सकते. हिंदू धर्म के लोग मीट, मुर्गा या अंडा छोड़ दें, लेकिन अगर कोई दूसरा खा रहा है तो उसे कैसे रोक सकते हैं? ये बेतुके बयान हैं.”
गरबा विवाद पर रमाशंकर राजभर ने बीजेपी पर India की संस्कृति और सभ्यता को नहीं समझने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “जिन्हें India की सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान नहीं, वही ऐसे बयान देते हैं. बीजेपी समर्थकों को India की संस्कृति का ज्ञान नहीं. जो लोग गरबा में रुचि रखते हैं, वे India की संस्कृति को आगे बढ़ाना चाहते हैं. बीजेपी संस्कृति और सभ्यता विरोधी है.”
रमाशंकर राजभर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “जब से पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) एकजुट हुआ है, तब से बीजेपी बौखलाई हुई है. मैं मांग करता हूं कि उत्तर प्रदेश के Chief Minister और मंत्री अपने नेम प्लेट से जाति सूचक नाम हटाएं. मर्यादा पुरुषोत्तम राम या परशुराम ने कभी अपने नाम के आगे तिवारी या शुक्ल नहीं लगाया.”
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एकेएस/डीएससी